महज 19 साल की उम्र में बनी मिस यूपी, अब मिस इंडिया-2018 के खिताब पर है नजर, देखें तस्वीरें
कानपुर। एक छोटे से शहर कानपुर से निकलकर मिस यूपी का ताज पहनने वाली आशी बग्गा बड़े सपने देखने वाले युवाओं के लिए एक मिसाल हैं। महज 19 साल की उम्र में ये मुकाम हासिल करना किसी चमत्कार से कम नहीं है। कैसे एक मिडिल क्लास फैमिली में पली बढ़ी लड़की ने अपने सपनों को अंजाम तक पहुंचाया और कैसे अब मिस इंडिया बनने की तैयारी कर रही है ये खूबसूरत लेडी। जनिए सबकुछ...
मिस इंडिया 2018 खिताब पर है नजर
कानपुर के गुमटी इलाके में रहने वाली आशी बग्गा ने 2017 में मिस उत्तर प्रदेश का खिताब जीता है। लेकिन, अब आशी की नजर मिस इंडिया 2018 खिताब पर है और वो इसकी तैयारियों में जी-जान सी जुट गई हैं। आशी बग्गा को पूरी उम्मीद है कि वह मिस इंडिया का खिताब भी अपने नाम करने में कामयाब हो सकेंगी।
क्लास 8th से मॉडलिंग की जगी उम्मीद
आशी का जन्म 1998 में यूपी के गोंडा जिले में हुआ था और उनकी स्कूलिंग भी यहीं की है। आशी बताती हैं कि क्लास 8 से ही टीवी पर मॉडलिंग और रैंप वॉक के शोज देखकर उन्हें इस फील्ड में आने की उम्मीद जागी। लेकिन, गोंडा जैसे छोटे शहर से ये सपने पूरे ना होते देख उनकी फैमिली ने 2013 में कानपुर का रुख किया और यहां आकर सेटल हो गई। पढ़ाई के साथ-साथ आशी ने ग्रूमिंग क्लास भी ज्वाइन किया, जहां से उन्हें खुद को ग्रूम करने का सटीक मौका मिला।
अब कम्पटीशन जज करती हूं
आशी ने बताया कि 20, जनवरी 2017 को मिस यूपी कम्पटीशन के समय मेरी उम्र 19 थी और मुझे विश्वास नहीं हुआ जब मुझे इसका विनर घोषित किया गया। 'मेरे पहले कम्पटीशन में सफलता मिलने के बाद से मुझे अब हर जगह बतौर जज बुलाया जाता है। उन्होंने बताया कि मां के बुटीक में हाथ बंटाने के साथ मैं फैशन डिजाइनिंग से ग्रेजुएशन भी कर रही हूं, लेकिन अपने फिटनेस को लेकर कभी लापरवाही नहीं करती। रोजाना योगा और जिम के साथ प्रॉपर डाइट लेना मेरे शेड्यूल में है और इसके साथ मैं कभी कॉम्प्रोमाइज नहीं करती।
फैमिली करती है गाइड
वहीं, आशी ने अपने सफलता का श्रेय अपने पेरेंट्स को देते हुए बताया कि मां-पापा के मोटिवेशन से ही मैं आज इस मुकाम तक पहुंची हूं। मेरे फादर गवर्नमेंट कॉन्ट्रैक्टर हैं और मदर बुटीक चलाती हैं और छोटी बहन क्लास 6 में है। ये सभी टाइम निकालकर मुझे गाइड करते रहते हैं। 'अब मेरा सपना है कि मैं 6 फरवरी को आगरा में होने वाले मिस इंडिया 2018 कम्पटीशन का ताज अपने सिर पहनूं। इस कम्पटीशन के लिए मैं लगातार हार्ड वर्क कर रही हूं और पूरी उम्मीद है कि मैं इसमें अच्छा प्रदर्शन करूंगी।
सोशल वर्क का भी है शौक
आशी हमेशा सरकारी स्कूलों में जाकर गरीब बच्चों को नोटबुक, पेंसिल, कपड़े, कंबल के साथ-साथ खाने-पीने की चीजें बांटा करती हैं।
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