भ्रूण परीक्षण के बड़े रैकेट का पर्दाफाश, सोनीपत और मेरठ की संयुक्त स्वास्थ्य टीम ने किया खुलासा
जांच टीम ने बताया की सोनीपत से मेरठ तक पूरा सौदा 14 हजार रुपए में तय किया गया। टीम ने सोनीपत और मेरठ के दलालों से रुपए भी बरामद किए हैं। सवाल ये उठ रहा है कि इस नेटवर्क का सरगना आखिर कैसे भाग निकला?
मेरठ। भ्रूण लिंग जांच को लेकर बदनाम हो चुके मेरठ में सोनीपत की टीम ने एक बार फिर बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया। हरियाणा की स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मेरठ में गढ़ रोड स्थित कृष्णा डायग्नोस्टिक सेंटर में छापेमारी कर आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लिया। इनके खिलाफ मेडिकल थाने में एफआइआर भी दर्ज कराई गई। सोनीपत के डिप्टी सीएमओ डॉक्टर आदर्श शर्मा के नेतृत्व में एक टीम ने फर्जी ग्राहक के साथ मेरठ में छापेमारी की। सबसे पहले सोनीपत से जयभगवान नामक दलाल को पकड़ा गया, जिसने मेरठ के पूरे रैकेट से पर्दा उठा दिया।
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शनिवार दोपहर करीब डेढ़ बजे मेरठ पहुंची सोनीपत की टीम ने जयभगवान की सूचना के आधार पर मूलचंद शर्बती अस्पताल के योगेश त्यागी से लिंग जांच केंद्र पहुंचने के लिए संपर्क साधा। स्टिंग से अंजान योगेश गढ़ रोड स्थित कृष्णा डायग्नोस्टिक सेंटर के पास पहुंच गया। पीछे से पहुंची जांच टीम ने जयभगवान की शिनाख्त पर योगेश को धर दबोचा। साथ ही योगेश के परिचित दलाल मनीष के साथ हरियाणा से फर्जी ग्राहक बनकर आई महिला को जांच के लिए अंदर भेजा गया, लेकिन मनीष को शक हुआ और वो गुपचुप वहां से निकल भागा। जबकि संचालक प्रदीप महिला ग्राहक को अपने साथ सेक्टर-5 शास्त्रीनगर स्थित अपने घर लेकर चला गया।
इधर बच्चा पार्क के पास सिटी मजिस्ट्रेट अवधेश सिंह, एसीएमओ डॉ. केपी सिंह समेत पूरी टीम रुकी रही। इसी बीच सोनीपत एवं मेरठ की संयुक्त टीम ने शास्त्रीनगर स्थित प्रदीप के आवास पर छापा मारकर उसे धर दबोचा। कृष्णा डायग्नोस्टिक केंद्र से लेकर प्रदीप के घर तक अफरा-तफरी मच गई। केंद्र के डॉक्यूमेंट भी जब्त किए हैं। टीम ने इन सभी को मेडिकल थाने में पेश करते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई। जांच टीम ने बताया की सोनीपत से मेरठ तक पूरा सौदा 14 हजार रुपए में तय किया गया। टीम ने सोनीपत के दलाल जयभगवान और मेरठ के योगेश त्यागी से रुपए भी बरामद किए हैं।
मेरठ के डिप्टी सीएमओ डॉ. केपी सिंह ने बताया की सोनीपत की टीम ने फर्जी ग्राहक के आधार पर जयभगवान, प्रदीप और योगेश त्यागी को पकड़ा है। स्टाफ से भी पूछताछ की गई है। डॉ. केपी सिंह ने माना की मेरठ में कई केंद्र लिंग जांच में संलिप्त हो सकते हैं। हालांकि मनीष को कैसे जानकारी मिल गई इस पर जांच टीम उत्तर नहीं दे पाई।