राम मंदिर सुनवाई के पहले बोले यूपी के डिप्टी सीएम, अदालत से हारे तो संसद से लाएंगे कानून
लखनऊ। आयोध्या मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में 29 अक्टूबर से सुनवाई शुरू होने वाली है। सुनवाई को लेकर अयोध्या में दोनों पक्षों के साथ ही संतों में भी उम्मीद जगी है। सभी को उम्मीद है कि मसले पर फैसला जल्द आ जाएगा। वहीं, यूपी के डिप्टी सीएम के केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर बनकर रहेगा। अगर अदालत में फैसला विपरीत आता है तो हम संसद के दोनों सदनों के माध्यम से कानून बनाकर राम मंदिर का निर्माण करेंगे।
मीडिया संस्थानों में चल रही खबरों के मुताबिक, राम जन्म भूमि के प्रमुख पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास कहते हैं कि न्यायाधीश सबूतों के आधार पर अपना फैसला देता है। इस मामले में न्यायालय जो भी निर्णय करेगा, वह उचित ही होगा। उन्होंन कहा कि कोर्ट का निर्णय सभी को मान्य होगा। वहीं, मामले में बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबार अंसारी की मानें तो सुप्रीम कोर्ट में रोजाना सुनवाई शुरू हो रही है। फैसला किसी के भी हक में आए, हम इसे मानेंगे।
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अयोध्या का विकास और मंदिर निर्माण हमारे एजेंडे में है। हम भगवान राम की प्रतिमा भी लगाएंगे और मंदिर भी बनाएंगे। उन्होंने कहा कि पूरा देश चाहता है कि अयोध्या में राम मंदिर बने। राम मंदिर आंदोलन से जुड़े बहुत सारे लोगों ने अपना बलिदान किया है। उनका बलिदान जाया नहीं जाएगा।
वहीं, इटावा में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को लोगों की आस्था को ध्यान में रखते हुए फैसला लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि उन्हें किसी संवैधानिक संस्था पर भरोसा नहीं है। हम समाजवादी लोग सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करंगे।