'नहीं बना टॉयलेट तो ना मिलेगा राशन और ना ही बिजली, पेट्रोल, डीजल'
'ऐसे परिवार जो संपन्न हैं, जिनके पास टू-व्हीलर या फोर-व्हीलर, पक्के मकान हैं और उनके घरों में अभी तक टॉयलेट नहीं बन सका है, उन्हें डीजल और पेट्रोल नहीं दिया जाएगा।'
अमेठी। स्वच्छ भारत अभियान को लेकर डीएम योगेश कुमार काफी चिंतित नजर आए। यहां एक कार्यक्रम में उन्होंने स्पष्ट तौर पर कह दिया है कि ऐसे परिवार जिन्हें टॉयलेट निर्माण के लिए पैसे दे दिए गए हैं और अभी तक टॉयलेट निर्माण नहीं हुआ है, उनके घर की बिजली और राशन बंद करा दिया जाएगा।
'सभी घर में टॉयलेट का करें इस्तेमाल'
यहां डॉ. भीमराव अंबेडकर स्टेडियम मैदान में आयोजित प्रोग्राम में डीएम योगेश कुमार ने कहा कि अपने आस-पास घर, गांव और मोहल्ले को स्वच्छ रखने से हमें कई फायदे होते हैं। उन्होंने कहा हमारे घर की बहन-बेटियां बाहर ना जाकर अपने ही घर में टॉयलेट का इस्तेमाल करें।
'टू-व्हीलर या फोर-व्हीलर रखते हैं पर घरों में टॉयलेट नहीं'
डीएम ने कहा कि ऐसे परिवार जो संपन्न हैं, जिनके पास टू-व्हीलर या फोर-व्हीलर, पक्के मकान हैं और उनके घरों में अभी तक टॉयलेट नहीं बन सका है, उन्हें डीजल और पेट्रोल नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि गरीब हों या अमीर सभी के घरों में इज्जतघर होना आवश्यक है। इसलिए पात्र लोग शासकीय मदद से और अपात्र लोग खुद से अपने-अपने घरों में इज्जतघर बनवा लें।
'लाल पर्ची का मतलब नहीं है टॉयलेट'
लोगों को स्वच्छता में बढ़ावा देने के लिए शपथ दिलाते हुए डीएम ने कहा कि जनसुनवाई के दौरान शिकायतकर्ता को हरी पर्ची इसलिए दी जाती है कि इससे यह जानकारी हो सके कि शिकायतकर्ता के घर में टायलेट है, वहीं लाल पर्ची देने से इस बात की पुष्टि होती है कि उसके पास टायलेट नहीं है। उन्होंने समस्त जनपदीय अधिकारियों को कहा कि वह भी शिकायतकर्ताओं से जानकारी कर उन्हें पर्ची दें।
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