क्या मायावती को मिल गया उत्तराधिकारी, भतीजे आकाश को सौंपी "बसपा युवा संवाद'' कार्यक्रम की कमान
लखनऊ, 28 अगस्त: उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में भी अब दूसरी पीढ़ी पूरी तरह से सक्रिय हो गई। एक तरफ जहां बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा के बेटे कानपुर से राजनीति की शुरूआत करते नजर आए थे वहीं दूसरी ओर अब BSP की चीफ मायावती के भतीजे और राष्ट्रीय समन्वयक आकाश आनंद अब पूरी तरह से सक्रिय मोड में आ गए हैं। पार्टी के पदाधिकारियों की माने तो आकाश का सक्रिय होना इस बात का संकेत देता है कि अब बसपा में दूसरी पीढ़ी के सक्रिय होने का समय आ गया है। दरअसल कुछ दिनों पहले मायावती ने अपने एक बयान में कहा था कि उनका अगला उत्तराधिकारी भी दलित ही होगा। तो क्या आकाश को अगले विधानसभा चुनाव की कमान सौंपना मायावती की उसी रणनीति का हिस्सा है।
युवा संवाद के बहाने अगली पीढ़ी को कमान सौंपने की तैयारी
बसपा के वरिष्ठ पदाधिकारी ने वन इंडिया को बताया कि बसपा ने हाल ही में बसपा युवा संवाद नाम से एक नया अभियान शुरू किया है। जिसकी कमान फिलहाल कपिल मिश्रा संभाल रहे हैं। जैसा कि नाम से पता चलता है, इसे युवाओं तक पहुंचाया जा रहा है। मायावती के शासन काल में किए गए कार्यों की जानकारी दी जा रही है. युवाओं को बसपा से जोड़ने की रणनीति तैयार की जा रही है। ताकि 2022 के विधानसभा चुनाव में बसपा को बड़ी सफलता मिल सके। माना जा रहा है कि दिल्ली से आकाश आनंद के आने के बाद यूपी में सियासी हलचल और तेज हो जाएगी. कुछ नए अभियान भी शुरू हो सकते हैं।
यूपी
के
साथ
ही
आकाश
का
अन्य
चुनावी
राज्यों
में
भी
फोकस
बसपा
यूपी
के
साथ-साथ
पंजाब
समेत
अन्य
राज्यों
में
भी
अपना
फोकस
बनाए
हुए
है,
जहां
विधानसभा
चुनाव
होने
हैं।
पंजाब
में
बसपा
ने
अकाली
दल
के
साथ
गठबंधन
किया
है।
राष्ट्रीय
समन्वयक
के
रूप
में
मायावती
ने
आकाश
आनंद
के
कंधों
पर
एक
बड़ी
जिम्मेदारी
दी
है।
वह
दिल्ली
के
साथ-साथ
पंजाब
में
भी
काफी
सक्रिय
रहे
हैं।
हाल
ही
में
आकाश
आनंद
ने
पंजाब
में
कई
जनसभाएं
की
हैं।
बसपा
संस्थापक
कांशीराम
के
परिवार
से
भी
मिल
चुके
हैं।
अब
वह
एक
बार
फिर
यूपी
की
राजनीति
में
सक्रियता
बढ़ाने
जा
रहे
हैं।
इसकी
तैयारियां
जोरों
पर
हैं।
बसपा के प्रदेश पदाधिाकरी ने बताया कि,
''मायावती के भतीजे और राष्ट्रीय समन्वयक आकाश आनंद ह गाजीपुर में बसपा युवा संवाद कार्यक्रम से यूपी के 2022 मिशन का शुभारंभ करेंगे। 5 अक्टूबर को होने वाले इस कार्यक्रम में राज्य भर से युवाओं की फौज जुटेगी. आकाश आनंद के साथ बसपा के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सांसद सतीश चंद्र मिश्रा के बेटे कपिल मिश्रा भी शामिल हो सकते हैं।''
दिल्ली
में
रहने
के
बाद
भी
ले
रहे
हैं
यूपी
का
फीडबैक
हालांकि
दिल्ली
में
रहने
के
बाद
भी
आकाश
आनंद
यूपी
की
सियासत
पर
नजर
बनाए
हुए
हैं।
उन्होंने
हाल
ही
में
यूपी
के
युवाओं
को
दिल्ली
बुलाया
है
और
उनसे
बातचीत
की
है।
इस
कार्यक्रम
में
आकाश
आनंद
ने
पांच
युवकों
के
समूह
से
व्यक्तिगत
रूप
से
बात
की
है।
यूपी
के
राजनीतिक
समीकरणों,
संभावनाओं
और
सुधारों
पर
उनसे
लिखित
रिपोर्ट
मांगी
गई
है।
इसके
बाद
कार्रवाई
का
आश्वासन
दिया।
पर्दे
के
पीछे
काम
कर
रही
आकाश
की
पूरी
टीम
सूत्रों
की
माने
तो
आकाश
आनंद
ने
युवाओं
की
एक
टीम
यूपी
भेजी
है
जो
लगातार
उन्हें
रिपोर्ट
कर
रही
है।
पर्दे
के
पीछे
से
काम
कर
रही
यह
टीम
यूपी
में
बसपा
के
हाल
की
रोजाना
रिपोर्ट
दे
रही
है।
हालांकि,
इस
टीम
को
फिलहाल
गुप्त
रखा
गया
है,
ताकि
कोई
इसे
देख
न
सके।
सूत्रों
का
दावा
है
कि
शोधकर्ताओं
से
लैस
यह
टीम
लगातार
अनुभवी
लोगों
के
संपर्क
में
है।
पुराने
बसने
वालों
से
मिलना।
प्रोफेसर
आदि
से
राजनीतिक
समीकरण
समझ
रहे
हैं
और
ये
सभी
इनपुट
आकाश
के
साथ
साझा
किए
जा
रहे
हैं।