ज्ञानवापी केस से पिता-पुत्र की जोड़ी वकील हरिशंकर और विष्णु जैन को हिंदू पक्ष ने हटाया
नई दिल्ली, 01 जून। ज्ञानवापी मस्जिद मामले में कोर्ट में हिंदू पक्ष की पैरवी कर रहे पिता-पुत्र वकील हरिशंकर जैन और विष्णु जैन शंकर विश्व वेदिक सनातन संघ ने केस से बाहर कर दिया है। विश्व वेदिक सनातन संघ के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह विसेन ने कहा कि हरिशंकर जैन और विष्णु शंर जैन अब इस केस में हिंदू पक्ष की पैरवी नहीं करेंगे। हालांकि इसकी वजह नहीं बताई गई है। लेकिन जितेंद्र सिंह ने कहा कि हमने फैसला लिया है कि दोनों का वकालतनामा इस केस में खत्म कर दिया गया है। बता दें कि वीवीएसएस ने देश की अलग-अलग कोर्ट में 50 से अधिक मुकदमे दायर किए हैं, जिसमे से 7 केस ज्ञानवापी से संबंधित हैं। ऐसे में किसी भी केस में हरिशंकर और विष्णु वीवीएसएस की कोर्ट में पैरवी नहीं करेंगे।
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गौर करने वाली बात है कि दोनों ही वकील पिछले काफी समय से इस मामले के चलते चर्चा में थे। पांच केस जो चल रहे हैं उसकी ये दोनों वकील पैरवी कर रहे थे। इनमे मुख्य रूप से मस्जिद के नीचे प्राचीन मंदिर होने का दावा किया गया है। जिसमे लखनऊ की टीले वाली मस्जिद, धार में भोजशाला, आगरा में ताज महल, मथुरा में शाही इदगाह शामिल है।हाल ही में वीवीएसएस ने ज्ञानवापी मस्जिद मामले में कोर्ट में मुकदमा दायर किया है, जिसमे से एक मामले में मुस्लिमों के इस मस्जिद में प्रवेश पर रोक लगाने की मांग की गई है और पूरे मस्जिद को हिंदू पक्ष को दिए जाने के लिए कहा गया है। याचिका में दावा किया गया है कि ज्ञानवापी मस्जिद में वीडियोग्राफी सर्वे के दौरान शिवलिंग प्राप्त हुआ है।
गौर करने वाली बात है कि ज्ञानवापी मस्जिद के भीतर हुए सर्वे का वीडियो लीक होने के बाद यह पूरा मामला चर्चा में बना हुआ है। कोर्ट ने इस पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। कोर्ट ने आदेश दिया है कि वीडियो लीक कैसे हुआ इसकी जांच की जाए। वीडियो लीक केस की सुनवाई 4 जुलाई को होगी। लीक वीडियो में देखा जा सकता है कि मस्जिद के वजूखाने में शिवलिंग जैसी आकृति है, जिसका उपरी भाग दिख रहा है। इसे मुस्लिम पक्ष फव्वारा बता रहा है। जबकि हिंदू पक्ष कह रहा है कि बाबा मिल गए। हालांकि अभी यह तय होना है कि यह फव्वारा है या शिवलिंग।