Ganga Expressway in UP: इसी साल शुरू होगा निर्माण, जानिए क्यों है सरकार का फोकस
उत्तर प्रदेश में गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण इसी साल शुरू होने वाला है। कुल 593.94 किमी में से 500 किमी पर क्लीयरिंग और ग्रबिंग के साथ एक्सप्रेसवे पर तैयारी का काम गति पकड़ रहा है।
Ganga Expressway in Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार यूपी में विकास को लेकर जहां ग्लोबल इनवेस्टर समिट का आयोजन कर रही है वहीं दूसरी ओर यूपी में एक्सप्रेस वे बनाकर बुनियादी ढांचे को मजबूत करने में जुटी हुई है। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे, बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे की शुरुआत के बाद अब योगी सरकार का पूरा फोकस सबसे लंबे गंगा एक्सप्रेस वे पर हो गया है। अधिकारियों की माने तो इस एक्सप्रेस वे के निर्माण का शुभारंभ इसी साल हो जाएगा।
इसी साल शुरू होगा गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण
उत्तर प्रदेश में गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण इसी साल शुरू होने वाला है। कुल 593.94 किमी में से 500 किमी पर क्लीयरिंग और ग्रबिंग के साथ एक्सप्रेसवे पर तैयारी का काम गति पकड़ रहा है। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण की प्रगति रिपोर्ट से पता चलता है कि एक्सप्रेसवे पर 84.11 प्रतिशत ग्रबिंग कार्य और 7.3 प्रतिशत मिट्टी का काम पूरा हो चुका है।
एक्सप्रेस वे पर बनेगी 3.5 किमी लंबी हवाई पट्टी
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एक्सप्रेसवे की सबसे अनूठी विशेषता इसपर बनने वाली 3.5 किमी लंबी हवाई पट्टी होगी। यह हवाई पट्टी भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों के लिए आपातकालीन रनवे का काम करेगी। यह पहली बार नहीं है जब किसी एक्सप्रेसवे के हिस्से के रूप में इस तरह की हवाई पट्टी बनाई जाएगी, क्योंकि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे में भी यह सुविधा है।
मोदी ने किया था पूर्वांचल-बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का उद्घाटन
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के उद्घाटन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीय वायुसेना के सी-17 परिवहन विमान से हवाई पट्टी पर उतरे. इसके बाद भारतीय वायु सेना के Su-30 MKI, जगुआर और मिराज 2000 फाइटर जेट्स की लैंडिंग हुई। इससे पहले, मिराज 2000 और Su-30 MKI सहित भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमानों ने यमुना एक्सप्रेसवे और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के हिस्से वाली हवाई पट्टियों पर टच-एंड-गो लैंडिंग की है।
पीएम मोदी ने रखी थी गंगा एक्सप्रेस वे की आधारशिला
छह लेन के गंगा एक्सप्रेसवे की आधारशिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18 दिसंबर, 2021 को शाहजहांपुर में रखी थी। यह परियोजना 2007 से नियोजन चरणों में अटकी हुई थी और 2019 में योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा इसे पुनर्जीवित किया गया था। यूपी के 12 जिलों मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज से गुजरते हुए पूरी तरह नियंत्रित एक्सप्रेसवे राज्य के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों को जोड़ेगा।
मेरठ से प्रयागराज तक बनेगा गंगा एक्सप्रेस वे
अडानी समूह एक्सप्रेसवे का लगभग 80 प्रतिशत (राज्य के पश्चिमी भाग में बदायूं से पूर्वी भाग में प्रयागराज तक 464 किलोमीटर का हिस्सा) का निर्माण करेगा, वहीं आईआरबी इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपर्स लिमिटेड मेरठ से बदायूं तक 129.7 किलोमीटर का विस्तार विकसित करेगा।