BJP विधायक का नारा- 'नो अली, नो बाहुबली, लोनी में केवल बजरंगबली', EC ने भेज दिया नोटिस
गाजियाबाद, जनवरी 16। बीजेपी ने हाल ही में अपने 107 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की थी। इसमें पहले और दूसरे चरण के चुनाव के लिए उम्मीदवारों का नाम था। इस लिस्ट में लोनी विधानसभा सीट से बीजेपी ने नंदकिशोर गुर्जर को उम्मीदवार बनाया है। टिकट मिलने के दो दिन बाद ही नंदकिशोर गुर्जर को चुनाव आयोग ने नोटिस भेज दिया है।
चुनाव आयोग ने मांगा लिखित जवाब
दरअसल, नंदकिशोर गुर्जर पर धार्मिक नफरत को फैलाना का आरोप लगा है और चुनाव आयोग ने उन्हें नोटिस भेज 3 दिन के अंदर जवाब मांगा है। आपको बता दें कि जिस दिन नंदकिशोर गुर्जर को उम्मीदवार घोषित किया गया था, उसी दिन उन्होंने अपने समर्थकों को संबोधित किया और एक नारा दिया। उन्होंने कहा, "नो अली, नो बाहुबली, लोनी में केवल बजरंगबली"
लोनी के मौजूदा विधायक हैं नंदकिशोर गुर्जर
नंदकिशोर गुर्जर के इस नारे पर चुनाव आयोग ने संज्ञान लिया है और नोटिस भेज 3 दिन में लिखित जवाब मांगा है कि आखिर उन्होंने 'विवादित नारे' का इस्तेमाल क्यों किया? आपको बता दें कि लोनी विधानसभा से नंदकिशोर गुर्जर काफी चर्चित नाम है। वो वहां के मौजूदा विधायक भी हैं। 2017 में उन्होंने बीएसपी के जाकिर अली को 42813 वोटों से हराया था।
नंदकिशोर गुर्जर की सफाई
चुनाव आयोग का नोटिस मिलने के बाद नंदकिशोर गुर्जर ने अपनी सफाई में कहा है कि उन्होंने किसी विशेष धर्म को निशाना नहीं बनाया है और किसी की धार्मिक भावनाओं को आहत करने का मेरा उद्देश्य था। उन्होंने कहा कि मैं बजरंग बली का भक्त हूं और वो मेरा आस्था का विषय है तो वहीं अली से मेरा मतलब था मोहम्मद अली जिन्ना, जिसने कत्लेआम मचाया था और देश का बंटवारा करवाया था, वहीं बाहुबलियों को लेकर तो चुनाव आयोग का भी निर्देश है कि उनको टिकट नहीं मिलना चाहिए, तो उसी को लेकर मैंने वो बात कही है।