MLC चुनाव में दो सीटों के लिए मचा है घमासान, राजभर के बेटे को परिषद भेज पाएगी बीजेपी ?
लखनऊ, 26 जुलाई: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के बाद अब MLC की दो सीटों को लेकर कयासबाजी का दौर शुरू हो गया है। एक तरफ जहां बीजेपी के कई नाम इस कतार में बताए जा रहे हैं वहीं दूसरी ओर यह भी खबरें सामने आ रही हैं कि सुभासपा के चीफ ओम प्रकाश राजभर भी अपने बेटे अरविंद राजभर को MLC बनाने का ख्वाब देख रहे हैं। हालांकि सुभासपा की तरफ से इस खबर को महज अफवाह बताया गया है। वहीं बीजेपी की तरफ पूर्व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा समेत कई नाम इस दौड़ में शामिल हो गए हैं।
दावा किया जा रहा है कि राष्ट्रपति चुनाव में अखिलेश से बगावत करके बीजेपी का समर्थन करने वाले राजभर को बीजेपी रिटर्न तोहफा पकड़ाएगी लेकिन बीजेपी के सूत्र बता रहे हैं कि यह महज कयासबाजी ही है। बीजेपी में इतने उम्मीदवार पड़े हुए हैं फिर भाजपा राजभर को कैसे अपनाएगी। इस खबर को लेकर सुभासपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण राजभर ने कहा कि यह महज अफवाह के सिवाय कुछ नहीं है। पार्टी की इस तरह की कोई मंशा नहीं है।
एमएलसी की 2 सीटों पर होगा चुनाव
दरसअल यूपी में एमएलसी की आठ सीटें खाली हुई हैं जिनमें 6 सीटों पर सदस्यों का मनोनयन होना है जबकि दो सीटों पर उपचुनाव होगा। जिन दो सीटों पर उपचुनाव हो रहा है उसमें से एक सीट सपा नेता अहमद हसन के निधन और दूसरी सीट भाजपा के ठाकुर जयवीर सिंह के विधायक चुने जाने के बाद खाली हुई है। इन सीटों पर 11 अगस्त को मतदान होना है और नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 31 जुलाई है। इन दोनों सीटों पर बीजेपी के दोनों उम्मीदवारों की जीत पक्की मानी जा रही है।
बीजेपी के भीतर मचा है दो सीटों को लेकर घमासान
वोटों के गणित के हिसाब से बात करें तो एमएलसी की एक सीट पर जीत के लिए 200 वोटों की जरूरत पड़ेगी। इतनी संख्या में वोट सबसे बड़ी पार्टी सपा के पास नहीं हैं। अपने संख्या बल के आधार पर भाजपा ये दोनों सीटें आसानी से जीत लेगी। बीजेपी की तरफ से इन दो सीटों के लिए ही मारामारी मची हुई है। जो नाम सामने आ रहे हैं उसमें ज्यादातार पदाधिकारियों के नाम ही हैं। इसमें भाजपा के प्रदेश महामंत्री अमरपाल मौर्य, प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष सिंह, प्रदेश मंत्री डा. चंद्रमोहन सिंह, कानपुर के क्षेत्रीय अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह, गोरखपुर के क्षेत्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह का नाम है शामिल है।
क्या राजभर के बेटे को एमएलसी बनाएगी बीजेपी ?
इसमें भी रोचक ये है कि ऐसी अटकलें चल रही हैं कि ओपी राजभर भी अपने बेटे अरविंद राजभर को परिषद भेजने के प्रयास में जुटे हुए हैं। दावा किया जा रहा है कि भाजपा अपने कोटे से अरविंद राजभर को विधान परिषद भेज सकती है। लेकिन बीजेपी को अंदर से जानने वालों के लिए यह बात हजम नहीं हो रही है। उन्हें इस बात का भरोसा नहीं है कि बीजेपी राजभर के बेटे पर दांव लगाएंगी क्योंकि योगी सरकार पहले ही राजभर को Y श्रेणी की सुरक्षा दे चुकी है। ऐसे में बीजेपी अपनी एक सीट उनके लिए क्यों जाया करेगी।