सुल्तानपुर में BJP विधायक के सामने डॉक्टर को पीटा, गलती सिर्फ इतनी की ईमानदारी से कर रहा था काम
एक ओर राज्य सरकार अराजकता खत्म करने की बात कर रही है दूसरी ओर उसके कुछ लोग अति कर रहे हैं। सुल्तानपुर में एक विधायक के सामने ही डॉक्टर को पीट दिया गया।
सुल्तानपुर। उत्तर प्रदेश में कायम अराजकता को खत्म करने के लिए सीएम योगी ने भले ही बीड़ा उठा रखा हो लेकिन अराजकतत्व अराजकता फैलाने से बाज नहीं आ रहे।
अब इससे बढ़कर अराजकता की बात क्या होगी के जिले स्थित लम्भुआ के बीजेपी एमएलए सीएचसी के निरीक्षण को पहुंचे और उनकी मौजूदगी में मेडिकल स्टोर ने डाक्टर को पीट डाला। डाक्टर का गुनाह इतना था के वो बाहर की दवा का पर्चा नहीं लिख रहे थे।
निरीक्षण को निकले थे एमएलए
जानकारी
के
अनुसार
शनिवार
को
लम्भुआ
के
बीजेपी
एमएलए
देवमणि
द्विवेदी
सरकारी
विभागों
के
निरीक्षण
को
निकले
थे।
अपने
पूरे
लाव-लश्कर
के
साथ
बीजेपी
एमएलए
ने
ब्लाक
मुख्यालय,
पावर
हाउस
और
सीएचसी
का
निरीक्षण
किया।
साथ
ही
उन्होंने
लम्भुआ
पुलिस
स्टेशन
का
भी
निरीक्षण
किया।
जहाँ
उन्होंने
उपभोक्ताओं
की
समस्याओं
को
त्वरित
निस्तारित
करने
के
निर्देश
दिए
वही
थाने
पर
आने
वाले
फरियादियों
की
तत्काल
प्राथमिकी
लिखे
जानें
की
बात
भी।
एमएलए सपोर्टर बताया जा रहा मेडिकल स्टोर संचालक
इस बीच बीजेपी एमएलए देवमणि द्विवेदी अपने काफिले के साथ जब लम्भुआ सीएचसी में निरीक्षण को पहुँचे तो वहां बड़ी घटना अंजाम पा गई। सूत्रों के मुताबिक जिस समय एमएलए निरीक्षण कर रहे थे ठीक उसी समय सीएचसी के पास का एक मेडिकल स्टोर संचालक सोनू शुक्ल वहां आ धमका। उसने न आव देखा न ताव एमएलए के सामने ही उसने सीएचसी के डाक्टर पी. एल. गुप्ता को की पिटाई कर दी। बताया जा रहा है कि उक्त पिटाई में डाक्टर का अंगूठा फ्रैक्चर हो गया है। उधर सूत्रों का कहना है कि मेडिकल स्टोर संचालक एमएलए का सपोर्टर है और बात बिगड़ जानें पर एमएलए ने उसे फटकार लगाकर पल्ला झाड़ लिया।
ये थी डॉक्टर की गलती!
जबकि सीएचसी के डाक्टर का कहना है की उनका मेडिकल स्टोर संचालक से कोई विवाद नहीं है। डाक्टर का कहना है कि बात बस इतनी सी है के मेडिकल स्टोर संचालक उनसे बाहर की दवा लिखने को कहता था जिसको उन्होंने मना कर रखा था। इसी बात से खिन्न होकर उसने ये क़दम उठाया है। उन्होंने बताया की इस घटना की जानकारी उन्होंने उच्च अधिकारियों को दे दी है।
तहरीर मिलते ही लाज होगी एफआईआर:एसओ
इस मामले के बाद फिलहाल एमएलए ने अपनी गर्दन फंसता देख जहाँ संचालक को फटकार लगाई है वही प्रभारी थानाध्यक्ष अमरेन्द्र सिंह को सख्त कार्यवाई के निर्देश भी दिए। फिलहाल इस मामले में अभी तक कोई एफआईआर लाज नहीं हो सकी है। एसओ लम्भुआ का कहना है के कारण ये है कि अभी डाक्टर की ओर से कोई तहरीर नहीं मिली है। उन्होंने कहा तहरीर मिलते ही कार्यवाई की जाएगी।
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