संभल में मीट फैक्ट्रियों पर डीएम की छापेमारी, देखिए हड़कंप की तस्वीरें
मीट संचालकों को डीएम के आने की भनक लगी तो उन्होंने फैक्ट्री में साफ-सफाई करवा दी जबकि इस छापेमारी में एक फैक्टी के भीतर काफी भैंस खड़ी मिली जिनकी कटान के लिए धुलाई का काम चल रहा था।
संभल। यूपी में सत्ता परिवर्तन के बाद योगी सरकार में बूचड़खानों पर शुरू हुई कार्रवाई से मीट फैक्ट्री संचालकों में खलबली मच गई है। कई अधिकारियों के साथ डीएम ने खुद पहुंचकर मीट फैक्ट्रियों में छापेमारी की। डीएम ने फैक्ट्री संचालकों से सीसीटीवी फुटेज मांगी तो वो नहीं दिखा सके। तो वहीं एक फैक्ट्री में काफी पशु भी देखने को मिले। डीएम ने फैक्ट्री संचालकों पर कार्रवाई करने की बात कही है।
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शनिवार को डीएम भूपेंद्र एस चौधरी, तहसीलदार श्रवणकुमार राठौर, सीओ अब्बास जैदी ने संभल में चल रही मीट फैक्ट्रियों पर छापेमारी की। सबसे पहले संभल के फिरोजपुर स्थित अलरहमं फ्रोजन फूड्स, अलफलाह फ्रोजन फूड्स, इंडियन फ्रोजन फूड्स में छापेमारी की गई। मीट फैक्ट्रियों में डीएम ने निरीक्षण कर मशीनों का जायजा लिया। वहीं एक दो मीट संचालकों को डीएम के आने की भनक लगी तो उन्होंने फैक्ट्री में साफ-सफाई करवा दी जबकि एक फैक्टी के भीतर काफी भैंस खड़ी मिली जिनकी कटान के लिए धुलाई का काम चल रहा था।
डीएम ने पूछताछ की तो मीट फैक्ट्री संचालक हाजी शकील ने फैक्ट्री के अंदर काम बंद होने की बात बताई। डीएम भूपेंद्र सिंह ने फैक्ट्री संचालकों से 20 तारीख से 23 तारीख तक की सीसीटीवी फुटेज मांगी। यहां तक कि डीएम ने खुद ही सीसीटीवी फुटेज के लिए कंप्यूटर खंगलना शुरू कर दिया तो उसमें वीडियो नहीं मिल सका।
डीएम भूपेंद्र एस चौधरी ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा की मीट फैक्ट्री संचालक मानक के अनुरूप काम नहीं कर रहे हैं। सीसीटीवी फुटेज भी मीट संचालक नहीं दिखा सके है जिसके तहत उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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