चेहरे पर शॉल लपेट गजक के ठेले पर मोलभाव कर रहे थे डीएम, जानकर हैरान रह गए लोग
मुरादाबाद के लोग तब चौंक गए जब एक शख्स ने कहा कि आपके बीच जो ये आदमी सिर पर शॉल लपेटे बैठा चाय पी रहा है, वो शहर का डीएम है।
मुरादाबाद। मुरादाबाद के लोगों ने लिए गुरूवार की रात भी दूसरे दिनों की तरह ही थी। 9 बजे के बाद ज्यादातर बाजार बंद होने लगे थे और चाय की गुमटी, रेवडी-गजक आदि की दुकानें खुली थीं। लोग आराम से चाय पी रहे थे लेकिन ये सभी तब चौंक गए जब एक शख्स ने कहा कि आपके बीच जो ये आदमी सिर पर शॉल लपेटे बैठा है, वो शहर का डीएम है।
शहर का हाल जानने को पहचान छुपाकर घूमें मुरादाबाद के डीएम
गुरूवार रात शहर के मंडी चौक में रात 11 बजे काली शॉल से पूरा �%
गजक के ठेले पर खड़े हो मोलभाव कर रहे थे डीएम
बातचीत में पता चला कि डीएम साहब रात 9 बजे से शहरभर के गली-मोहल्लों में चाय के स्टॉल, गजक के ठेलों पर रुकते, बात करते और लोगों से बातों-बातों में समस्याएं पूछ रहे हैं। स्पलेंडर मोटरसाइकिल पर बैठकर पहुंचे डीएम मंडी चौक पर एक ठेले पर गजक का मोलभाव रह रहे थे तो शहर के ही सर्राफ ने उन्हें पहचान लिया और उनको जाकर नमस्ते करते हुए लोगों को बताया कि ये शहर के डीएम हैं। इसके बाद तो आसपास के लोग भी इकट्ठा हो गए।
पहचान छुपा कर जानने चाहते थे शहर की परेशानियां
देखते ही देखते लोगों ने डीएम को घेर लिया और उन्हें अपनी समस्याएं और शहर के बारे में बताने लगे। लोगों के इकट्ठे हो जाने से एक नुक्कड़ सभा जैसा माहौल बन गया। इसकी सूचना पर शहर के पत्रकार भी वहां पहुंच गए। डीएम मुरादाबाद ने पत्रकारों को बताया कि उनकी अलग-अलग मोहल्लों में सभी समुदायों और वर्गों के लोगो से शहर की समस्याओं और चुनाव के माहौल को लेकर काफी बातचीत हुई और लोगों ने उन्हें अपनी परेशानियों को लेकर बताया।
लोगों ने बताया, हमें लगा ही नहीं चाय पी रहा आदमी डीएम हो सकता है
डीएम मुरादाबाद के जाने के बाद जब हमने लोगो से बात की, तो कई लोग तो ये जानकार हैरान रहे गए, कि उनके साथ जो शख्स अभी कांच के गिलास में बैठ कर चाय पी रहा था, वो शहर का सबसे बड़ा प्रशासनिक अधिकारी है। जिगर पार्क पर एक चायवाले ने बताया कि थाना गुलशहीद के पास जिगर पार्क के सामने रात भर रिक्शा चालक ठंड में आकर चाय पीतें हैं और बैठकर बातें करते रहते हैं। वहीं उनके साथ 9 बजे से 09:40 तक करीब पौना घंटा डीएम साहब बैठे बैठे रहे और चाय पीते हुए लोगों से बात करते रहे।
स्टाफ को भी नहीं था डीएम के शहर में घूमने की खबर
डीएम मुरादाबाद जिगरपार्क की चाय की दुकान से उठकर वहां से पक्का बाग होते हुए, सीधी सराय, सराय पुख्ता से काला प्यादा होते हुए मोड़ पर चाय के होटल पर एक बार फिर चाय पीने बैठ गए। यहां से वो संभली गेट से पीर गैब, लंबी गली,पान दरीबा होते हुए रात 10:45 पर मंडी चौक चौराहा पहुंचे, उसके बाद वहां अलग-अलग दुकानो से गजक लेकर उनसे बातों बातों में शहर की समस्या जानी। मंडी चौक पर उनको एक सर्राफ ने पहचान लिया तो फिर वो वहां लोगों से समस्याएं जान अपने आवास पर लौट गए। डीएम मुरादाबाद अपने एक मित्र के साथ बाइक पर शॉल ओढ़कर अपने आवास से निकले, उनके स्टाफ को भी ये नहीं पता था, कि डीएम बाइक पर बैठ कर कोठी से बहार निकल गए हैं। डीएम साहब ने अपने मित्र को भी बाइक से दूर फासला रख कर पीछे पीछे चलने के लिए कहा था।