Uttar Pradesh में Dengue ने दी दस्तक, 18 हजार से ज्यादा मामले अब तक आए सामने
dengue cases in uttar pradesh: उत्तर प्रदेश के कई जिले में डेंगू ने दस्त दे दी है, जिसकी वजह से सैकड़ों मरीज हॉस्पिटल में एडमिट हैं। डेंगू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार 27 अक्टूबर को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ ने अस्पतालों में बेड और दवाओं समेत अन्य जरूरी सुविधाओं को पूरा करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
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इस दौरान प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा, डेंगू की स्थिति नियंत्रण में है और पिछले साल की तुलना इस साल डेंगू के कम मामले सामने आए हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने कहा कि आमजन को इससे किसी भी प्रकार का पैनिक होने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि सीएससी-पीएससी स्तर पर डॉक्टरों को अलर्ट कर दिया गया है। साथ ही साथ, वार्डों में अतिरिक्त बेड्स की व्यवस्था की गई है। लोगों को सफाई की जरूरत है। नगर निगम लार्वा का छिड़काव कर रहा है।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने जोर देकर कहा, 'अस्पतालों से कोई भी मरीज बिना इलाज के वापस न जाए।' साथ ही कहा, सभी लोग डेंगू के बचाव के लिए जारी आवश्यक सावधानियां जैसे-पूरी आस्तीन के कपड़े पहनना, मच्छरदानी का प्रयोग करना, अपने आसपास सफाई एवं जल जमाव न होने देना एवं मच्छर काटने से बचाव करना आदि का पालन करें। वहीं, लखनऊ सिविल अस्पताल के निदेशक आनंद ओझा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि डेंगू, मच्छरों की रोकथाम, लार्वा को नष्ट करने और समय पर इलाज के लिए स्वच्छता के लिए सावधानियां सबसे जरूरी हैं।
ओझा ने कहा, "शुरुआत में अगर किसी को बुखार और शरीर पर रैशेज की शिकायत हो तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।" मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में डेंगू के 12344 परीक्षण किए गए, जिनमें से 5666 मामले डेंगू के सामने आए है। स्वास्थ्य विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार इस साल 1 जनवरी से दो मौतों के साथ डेंगू के 18000 मामले दर्ज किए गए है। सबसे अधिक प्रभावित जिले प्रयागराज हैं, जिनमें 911 मामले हैं, लखनऊ में 749 मामले हैं, और जौनपुर और अयोध्या 366 और 325 मामलों सामने आए है।