सहारनपुर में दलितों ने किया भारी बवाल, जलाई पुलिस चौकी, तस्वीरें
शब्बीरपुर कांड के बाद उग्र हुए दलितों ने सहारनपुर में भारी बवाल किया। उन्होंने पुलिस को दौड़ा लिया और एक चौकी फूंक दी। देखिए बवाल की तस्वीरें।
सहारनपुर। चार दिन पूर्व गांव शब्बीरपुर में हुए जातीय बवाल के बाद दलितों द्वारा आयोजित सभा को रोकने के बाद जनपद के दलित उग्र हो गए। गांव रामनगर में जहां दलितों ने पुलिस प्रशासन को जमकर दौड़ाया, वहीं पुलिस फोर्स पर जमकर पथराव और फायरिंग की गई।
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बलवाइयों ने पुलिस अधिकारियों को दौड़ा लिया
उपद्रवियों ने पुलिस और मीडियाकर्मियों के करीब दो दर्जन वाहनों को आग के हवाले कर दिया। एक मीडियाकर्मी की जमकर पिटाई की गई जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। बलवाईयों ने एक प्राइवेट बस और पुलिस चौकी को भी आग के हवाले कर दिया। उपद्रवियों ने एसएसएसपी और अन्य अधिकारियों को जमकर दौड़ाया।
भीम आर्मी के युवकों ने शुरू किया बवाल
विगत पांच मई को गांव शब्बीरपुर में हुए जातीय संघर्ष के बाद भीम आर्मी की ओर से गांधी पार्क में एक सभा का आयोजन किया गया था। जिसके बाद मंगलवार की दोपहर करीब बारह बजे भीम आर्मी से जुड़े युवक गांधी पार्क में एकजुट होना शुरू हो गए।
पुलिस ने गांधी पार्क की सभा को रुकवाया
मामले की जानकारी पाकर पुलिस फोर्स गांधी पार्क में पहुंची और सभा को रुकवा दिया। बताया जाता है कि सभा में शामिल होने के लिए आए युवकों को हिरासत में ले लिया गया और उनके वाहन जब्त कर लिए गए।
पुलिस कार्रवाई की सूचना पर दलितों में उबाल
वाहन जब्त किए जाने और दलित युवकों को हिरासत में लिए जाने की जानकारी अन्य दलित बाहुल्य गांवों में पहुंची तो दलितों में उबाल आ गया और दलित सभा स्थल की ओर कूच करने लगे।
दलितों ने किया पुलिस फोर्स पर पथराव
मल्हीपुर रोड स्थित गांव रामनगर के दलित गांव से बाहर निकल आए तो कोतवाली सदर बाजार व अन्य थानों की पुलिस ने इन ग्रामीणों को गांव के बाहर ही रोक लिया। जिसके विरोधस्वरुप दलितों ने पुलिस फोर्स पर पथराव शुरू कर दिया।
भीड़ ने लोगों को पीटा, पुलिस को खदेड़ा
इस दौरान कवरेज करने के लिए गए एक फोटोग्राफर की बाइक को आग लगा दी तथा एक अन्य फोटोग्राफर बृजमोहन की पिटाई कर दी गई, जिससे वह घायल हो गया। एसएसपी और अन्य अधिकारियों को दौड़ा दिया।
पुलिस फोर्स और दलित आमने-सामने
इसके बाद करीब दो घंटे तक दलित गांव के बाहर खड़े होकर नारेबाजी करते रहे। यहां पर स्थिति यह थी कि पुलिस फोर्स और दलित आमने सामने खड़े थे।
वार्ता करने आए पुलिस प्रशासन के अधिकारी
करीब डेढ़ बजे प्रशासन की ओर से अपर जिलाधिकारी एसके दुबे, नगर मजिस्ट्रेट हरिशंकर, एसपी सिटी संजय सिंह उपद्रवियों से वार्ता करने उनके बीच गए। अभी वार्ता शुरु ही हुई थी कि किसी ने अपने मोबाइल से वीडियो बनाना शुरू कर दिया।
वार्ता के दौरान कुछ ऐसा हुआ कि फिर भड़का बवाल
व्यक्ति को वीडियो बनाते देख दलित फिर से भड़क गए और पुलिस अधिकारियों और फोर्स पर पथराव शुरु कर दिया। हालात इतने नाजुक हो गए कि पुलिस अधिकारियों और फोर्स को वापस भागना पड़ा।
उपद्रवियों ने की फायरिंग, वाहनों को लगाई आग
पुलिस फोर्स ने उपद्रवियों को रोकने के लिए हवाई फायरिंग की तो उपद्रवियों की ओर से भी कई राउंड फायरिंग की गई। उपद्रवी पुलिस फोर्स को दौड़ाते रहे और सड़क पर खड़े पुलिस और पत्रकारों के वाहनों को आग लगाते रहे।
पुलिस चौकी को लगा दी आग
करीब दो दर्जन वाहनों को आग के हवाले किया गया। इसी मार्ग पर बने महाराणा प्रताप भवन को भी ध्वस्त कर दिया और पुलिस चौकी रामनगर में आग लगा दी। बाद में मौके पीएसी और आसपास के जनपदों से फोर्स बुलाई गई। डीएम एनपी सिंह, एसएसपी सुभाष चंद्र दूबे और अन्य आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और दलितों से वार्ता कर माहौल को शांत कराया।
हलालपुर और रामपुर में भी बवाल
गांव रामनगर का ही दलित उग्र नहीं था। सबसे पहले चिलकाना रोड पर गांव हलालपुर स्थित पूर्वी यमुना नहर के पुल पर दलित एकत्र हुए थे और जाम लगाया। यहां सड़क पर घास फूंस डालकर आग लगा दी गई। गंगोह रोड पर गांव मानकमऊ, कस्बा रामपुर मनिहारान में और सरसावा रोड पर भी जाम लगाया गया।
निजी बस को रोककर किया आग के हवाले
इसके अलावा बेहट रोड पर गांव नाजिरपुर में एक निजी बस को रोक कर उसके यात्रियों को उतार कर बस में आग लगा दी गई।
चारों ओर रहा अशांति का माहौल
इसके अलावा बेहट रोड पर गांव नाजिरपुर में एक निजी बस को रोक कर उसके यात्रियों को उतार कर बस में आग लगा दी गई। कुल मिलाकर मंगलवार को जनपद में चारों ओर अशांति का माहौल रहा। हालात को काबू में करने के लिए दिनभर पुलिस प्रशासन दौड़ता रहा।
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