मथुरा की गौशाला में भूख से मर रही हैं गायें, कौन लेगा जिम्मेदारी?
मथुरा। भाजपा सरकार गौ रक्षा और गौ पालन के लिये कई योजना चला रही है लेकिन मथुरा की राधा मोहन जी गौशाला में बगैर चारे के भूख से तड़प-तड़प गायें दम तोड़ रही हैं। गायों की देख-रेख करने वाला अब कोई नहीं है। इस ओर ना तो किसी धार्मिक सगंठन का ध्यान है और ना ही सरकार इनकी कोई सुध ले रही है इसलिये दो-तीन गाय रोजाना मर रही है।
गौशाला में गायों की मौत
वृंदावन इलाके के चौमुहा में आज से करीब दस वर्ष पूर्व बनी श्रीराधामोहन जी मंदिर की एक एकड़ जमीन पर बने गौशाला में उस वक्त कई किस्म की दुधारू गायें हुआ करती थीं। गांव के लोग एक समिति बना कर आपसी सहयोग से गायों की देख-रेख किया करते थे लेकिन अब वो समिति भंग कर दी गयी है इसलिए यहाँ गायें भूख के मारे तड़प-तड़प कर अपना दम तोड़ने लगी हैं।
भूखी मर रही हैं गायें, कहां गया मुआवजा?
श्रीराधामोहन जी मंदिर के महंत बाबा बल्लभदास ने बताया कि कुछ समय पहले गांव के लोगों ने अपनी समिति बना रखी थी जो गौशाला की देख-रेख करती थी। कुछ असामाजिक तत्वों ने समिति को भंग करा दिया। तब से वहां गायें भूखी मर रही हैं। उनका कहना है कि गौशाला को हाईवे चौरीकरण के दौरान 53 लाख रुपया मुआवजे के रूप में मिला था। जब तक पैसा रहा गायों की सेवा होती रही,लेकिन अब उनके हाथ में कुछ नहीं है। गौशाला मे नई समिति बनेगी तभी व्यवस्था सुधरेगी। फिलहाल गायों के लिए चारे की व्यवस्था की जा रही है।
गौशाला की जमीन हथियाने में लगे भूमाफिया
वहीं दबी जुबान से ग्रामीणों का कहना था कि गौशाला की जमीन पर भूमाफियों की नजर है । इधर प्रदेश के दुग्ध विकास मंत्री लक्ष्मी नरायन चौधरी ने मरती हुयी गाय के मामले में कहा कि गाय को बचाया जायेगा और हमने टीम वहाँ भेज दी हैं। जिन लोगों इस गौशाला के मुआवजे के रुपए को हड़पा है, उनके खिलाफ कार्रवाई कराई जायेगी।
साध्वी ऋतम्भरा ने कहा
साध्वी ऋतम्भरा ने गीशाला में तड़पती इन गायों को लेकर कहा कि यदि मथुरा के सेठ लोग इस जिम्मेदारी को ले ले तो इस समस्या का समाधान हो सकता है। वहीं उन्होंने कहा कि आज हिन्दू समाज के घर से गाय निकल रही है, इससे भी ज्यादा चिंता की बात है कि हिन्दुओं के ह्रदय से गाय निकल रही है।
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