अगर RSS राहुल गांधी को बुलाता है तो क्या होगा कांग्रेस का जवाब, जान लीजिए
लखनऊ। आरएसएस के निमंत्रण मामले में कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद पीएल पुनिया ने बड़ा बयान दिया है। पीएल पुनिया ने साफ लहजे में कहा है कि अगर आरएसएस का न्योता आएगा भी तब भी राहुल गांधी कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे। 2019 लोक सभा चुनाव की नजदीक है लिहाजा सभी दल कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते है क्योंकि जरा सी चूक का बड़ा खामियाजा भुगतना न पड़े इसके लिए कांग्रेस हर कदम फूंक-फूंक कर रख रही है। इसी के चलते आज बाराबंकी में राज्यसभा सांसद और पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉक्टर पी.एल.पुनिया और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी आज प्रेस के सामने आए।
इस दौरान पुनिया ने कहा अगर आरएसएस का निमंत्रण आता है तो भी राहुल गांधी उनके कार्यक्रम में नही जाएंगे। इस दौरान पुनिया ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि देश में लगातार बढ़ रहे पेट्रोल और डीजल के दामों से जनता बेहाल है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि दामों की बढ़ोत्तरी सिर्फ रिलायन्स को फायदा पहुंचाने के लिए की जा रही है। वरना क्या कारण है कि देश भर में बन्द चल रहे रिलायन्स के सभी पेट्रोल पम्प क्यों चालू कर दिए गए। राहुल जी चिल्ला-चिल्ला कर कह रहे हैं कि यह सरकार सिर्फ चार-पाँच लोगों को फायदा पहुंचाने का काम कर रही है। देशभर में आज लगभग सभी ठेके अडानी को दिए जा रहे हैं, अम्बानी को फायदा पहुँचाया जा रहा है। यह एक खेल खेला जा रहा है जो अब जनता भी समझ रही है।
आरएसएस के कार्यक्रम में राहुल गाँधी को निमंत्रण दिए जाने की चर्चा के सवाल पर पुनिया ने कहा कि मैं एक जिम्मेदार कार्यकर्ता और प्रवक्ता होने के नाते यह कह रहा हूँ। एससी/एसटी एक्ट का श्रेय उन्होंने भाजपा को न देकर दलित आन्दोलन को इसका श्रेय देते हुए कहा कि भाजपा ने मजबूरी में इस बिल को पास किया है । तो दूसरी तरफ सपा घमासान पर पुनिया ने कहा कि प्रदेश में शिवपाल सिंह यादव का नाम लिए बगैर कहा कि महागठबंधन बनने से कोई नही रोक सकता है। भाजपा सिर्फ हर तरह के हथकण्डे अपना कर यह संदेश देना चाहती है कि महागठबंधन नही बन रहा है जबकि सच्चाई यह है कि महागठबंधन बन रहा है और भाजपा जा रही हैं ।
आपको बता दें कि इससे पहले भी कांग्रेस के कद्दावर नेता प्रणव मुखर्जी को भी आरएसएस के न्योता दिए जाने के बाद अच्छा खासा बवाल मच गया था। इतना ही नहीं आरएसएस के कार्यक्रम में शामिल होने के बाद तो कांग्रेस पूरी तरह से विपक्ष के निशाने पर आ गए थे तो खुद अपनी पार्टी के लोगों ने भी इस मामले से पूरी तरह से किनारा कर लिया था।
ये भी पढ़ें- शिक्षक दिवस पर लखनऊ की सड़कों पर शिक्षकों ने बाल मुंडवाकर मांगी भीख