आज थमेगा छठे चरण का प्रचार, 635 उम्मीदवारों की साख दांव पर
छठे चरण के लिए चुनाव प्रचार का अभियान आज हो जाएगा खत्म, इस चरण में कुल 635 उम्मीदवारों की साख हैं दांव पर
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पांच चरण के मतदान संपन्न हो चुके हैं और अब छठे चरण का प्रचार अभियान आज शाम 5 बजे से थम जाएगा। छठे चरण के लिए तमाम राजनतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। छठे चरण में 160 करोड़पति उम्मीदवार मैदान में हैं, इसके साथ ही 635 ऐसे उम्मीदवार भी मैदान में हैं जिनके खिलाफ आपराधिक मामले भी हैं। छठे चरण में सात जिलों में 49 सीटों पर चुनाव होना है। इस चरण में कुल 17926 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं, सबसे अधिक उम्मीदवार गोरखपुर से मैदान में हैं, यहा से कुल 23 उम्मीदवार मैदान में हैं, जबकि सबसे कम उम्मीदवार मऊ की मोहम्मदाबाद गोहना की सीट से हैं, यहां सिर्फ सात उम्मीदवार मैदान में हैं।
160 करोड़पति उम्मीदवार
इस चरण में कुल 78 राजनीतिक दलों के 635 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिसमें छह राष्ट्रीय पार्टियां हैं, पांच राज्य के दल हैं, 67 स्थानीय दल हैं जबकि 175 उम्मीदवार निर्दलीय हैं। इनमें से 160 करोड़पति उम्मीदवार हैं। बसपा के 49 में से 35 करोड़पति, भाजपा के 45 में से 33, सपा के 40 में से 28, कांग्रेस के 10 में से 6, आरएलडी के 36 में से 8 और 175 निर्दलीय में से 23 करोड़पति उम्मीदवार हैं, जिन्होंने अपने नामांकन पत्र में इसका जिक्र किया है कि उनकी संपत्ति एक करोड़ या उससे अधिक है। प्रति उम्मीदवार औसत आय 1.59 करोड़ है।
126 के खिलाफ आपराधिक मामले
वहीं 126 उम्मीदवार ऐसे हैं जिनके खिलाफ आपराधिक मामले भी हैं, एडीआर के आंकड़ों के मुताबिक 109 उम्मीदवारों के खिलाफ संगीन आपराधिक मामले हैं, जिसमें हत्या, अपहरण और महिलाओं के खिलाफ शोषण के मामले हैं। वहीं अगर हर दल के उम्मीदवारों पर नजर डालें तो भाजपा के 18, बसपा के 24, आरएलडी के 5, सपा के 15, सीपीआई के 4, कांग्रेस के 3 और 23 निर्दलीय उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं, इन उम्मीदवारों ने अपने नामांकन पत्र में अपने खिलाफ आपराधिक मामलों का जिक्र किया है।
ये हैं बड़े चेहरे
छठे चऱण में गोरखपुर में भी मतदान होना है जिसे भाजपा के योगी आदित्यनाथ का गढ़ माना जाता है, वहीं इस चरण में मऊ में भी चुनाव है जहां से बसपा के गैंगस्टर उम्मीदवार मुख्तार अंसारी भी मैदान में है। मुख्तार अंसारी मौजूदा समय में हत्या के आरोप में लखनऊ की जेल में बंद है। इस चरण में कई बड़े नाम मैदान में हैं जिनमें मुख्य रूप से परदौना से भाजपा उम्मीदवार स्वामी प्रसाद मौर्या, देवरिया से पूर्व यूपी भाजपा अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही, यूपी के पूर्व राज्यपाल राम नरेश यादव के बेटे श्याम बहादुर यादव आजमगढ़ के पवई से मैदान में है। इनके अलावा सपा के बागी नेता अंबिका चौधरी, नारद राय भी बलिया की फेफना और सदर सीट से उम्मीदवार हैं। बसपा उम्मीदवार मुख्तार अंसारी और उनके बेटे अब्बास अंसारी भी मऊ और घोसी सीट से मैदान में हैं।
कुल 1.72 करोड़ मतदाता, इन जिलों में है चुनाव
इस चरण में कुल 1.72 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे, जिसमें 94.60 लाख पुरुष और 77.84 लाख महिलाएं हैं जोकि 635 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। जिन जिलों में मतदान होना है वह मऊ, महाराजगंज, कुशीनगर, गोरखपुर, देवरिया, आजमगढ़ और बलिया हैं।
क्या है 2012 के नतीजेंआजमगढ़ में कुल 10 विधानसभा सीटें हैं, जिसमें से 2012 में सपा ने 9 सीटें जीती थीं, लेकिन इस बार के चुनाव प्रचार में मुलायम सिंह यादव पूरी तरह से नदारद हैं, ऐसे में पार्टी के लिए यह भी बड़ी चुनौती है कि पुराने प्रदर्शन को कैसे दोहराए। इस चुनाव में योगी आदित्यनाथ के अलावा भाजपा सांसद कलराज मिश्रा की भी साख दांव पर है, जोकि देवरिया से भाजपा के लोकसभा सांसद हैं। 2012 के विधानसभा चुनावों के नतीजों पर नजर डालें तो इस चरण में कुल 49 में से 27 सीटें सपा के खाते में, 9 सीटें बसपा, 7 सीटें भाजपा, 4 कांग्रेस और दो निर्दलीय उम्मीदवारों के खाते में आई थी।