चुनाव में बीजेपी का नया नारा- 'यूपी को ये 7 पसंद हैं', जानिए कौन हैं ये...
यूपी में इस बार जहां समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने गठबंधन में लड़ने का फैसला लिया, इसके लिए बाकायदा नया चुनावी गाना बनाया...'यूपी को ये साथ पसंद है'। बीजेपी ने इसका जवाब दिया है।
नई दिल्ली। यूपी विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहा है मतदाताओं को रिझाने के लिए सियासी दलों की रणनीति भी बदलती जा रही है। यूपी में इस बार जहां समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने गठबंधन में लड़ने का फैसला लिया, इसके लिए बाकायदा नया चुनावी गाना बनाया...'यूपी को ये साथ पसंद है'। ये गाना सलमान खान की फिल्म 'सुल्तान' के लोकप्रिय गाने 'बेबी को...' की तर्ज पर तैयार किया गया।
यूपी चुनाव को लेकर बीजेपी बना रही खास रणनीति
सपा-कांग्रेस गठबंधन के इस गाने के बाद अब बीजेपी की ओर से भी इसी तर्ज पर चुनाव के लिए नया पोस्टर सामने आया है, जिसमें लिखा है...'यूपी को ये 7 पसंद हैं'। इस पोस्टर में बीजेपी के सात बड़े नेताओं की तस्वीरें हैं, जिन्हें भ्रष्टाचार से लड़ते हुए दिखाया गया है। बीजेपी की ओर से ये पोस्टर बना तो लिया गया है लेकिन अभी इस पोस्टर को बीजेपी आलाकमान की मंजूरी इंतजार है। अगर मंजूरी मिल जाती है तो इसी तर्ज पर गाना भी तैयार किया जाएगा। आखिर पोस्टर में बीजेपी के कौन-कौन से नेता शामिल हैं...पढ़िए आगे...
1- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
सपा-कांग्रेस गठबंधन के गाने 'यूपी को ये साथ पसंद है' से मुकाबले के लिए बीजेपी की ओर से 'यूपी को ये 7 पसंद हैं' पोस्टर जारी किया है। इसमें पार्टी ने अपने सात बड़े नेताओं को उतारा है। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबसे पहले हैं। इसकी वजह भी है क्योंकि मोदी के नाम पर ही बीजेपी यूपी में चुनाव लड़ रही है। पार्टी ने प्रदेश में सीएम उम्मीदवार के लिए कोई नाम घोषित नहीं किया है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि को ही भुनाने की कोशिश बीजेपी की यूपी चुनाव में है।
2- बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को पोस्टर में दूसरे स्थान पर जगह मिली है। अमित शाह पार्टी के वरिष्ठ रणनीतिकार माने जाते हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश में पार्टी की जीत के लिए खास तैयारियां की हैं, चुनाव प्रचार में खुद जुटे हुए हैं। अमित शाह ने लखनऊ में डेरा डाल रखा है। यूपी के लिए बीजेपी का घोषणा पत्र उन्होंने ही जारी किया। लोकसभा चुनाव के दौरान भी अमित शाह ने यूपी के लिए खास रणनीति तैयार की थी जिसका असर नजर आया और पार्टी ने प्रदेश की 80 में से 71 सीटें अपने नाम की थी।
3- केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह
राजनाथ सिंह मोदी सरकार में गृहमंत्री के साथ-साथ बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं। राजनाथ सिंह यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं और यूपी की जनता में उनका अच्छा प्रभाव है। यूपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने अपना कोई मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार नहीं उतारा है लेकिन चुनावी सर्वे पर गौर करें तो राजनाथ सिंह बीजेपी की ओर से इस पद के लिए सबसे आगे नजर आ रहे हैं।
4- केंद्रीय मंत्री उमा भारती
'यूपी को ये 7 पसंद हैं' पोस्टर में केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती भी शामिल हैं। मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री रह चुकी उमा भारती का पिछड़े वर्ग के मतदाताओं पर अच्छा प्रभाव है। बुंदेलखंड के लोधी वोटों पर उनका बहुतायत प्रभाव है। प्रदेश के करीब 20 जिलों में लोध मतदाताओं हैं। अभी तक बीजेपी में कल्याण सिंह इस वर्ग से जुड़े बड़े नेता थे लेकिन अब उमा भारती इस वर्ग का नेतृत्व करती नजर आ रही हैं।
5- केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र
यूपी चुनाव में केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र का भी बड़ा रोल है। ब्राह्मण वोटरों को साधने के मद्देनजर उन्हें आगे किया गया है। यूपी चुनाव में सभी दलों की नजरें ब्राह्मण वोटरों पर है। कलराज मिश्र का यूपी के ब्राह्मण वोटरों पर अच्छा खासा प्रभाव है। सूबे की राजनीति में उनकी पकड़ भी अच्छी है।
6- यूपी बीजेपी के अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य
यूपी चुनाव में जातीय गणित काफी अहम होती है यही वजह है कि पार्टी ने केशव प्रसाद मौर्य को प्रदेश अध्यक्ष बनाया। इसके पीछे सीधी रणनीति यही थी कि बीजेपी की नजर गैर यादव और पिछड़ों को अपने साथ जोड़ना। केशव प्रसाद मौर्य कौशांबी से बीजेपी के सांसद हैं। वो आरएसएस से जुड़े रहे हैं।
7- बीजेपी सांसद योगी आदित्यनाथ
बीजेपी के पोस्टर में योगी आदित्यनाथ को भी जगह दी गई है। गोरखपुर से बीजेपी सांसद आदित्यनाथ बीजेपी के फायरब्रांड नेताओं में शामिल हैं। हिंदू और हिंदूत्व के मुद्दे पर वो खुलकर बोलते हैं। उनका यही अंदाज मतदाताओं को लुभाता है। इस बार के चुनाव में अभी तक बीजेपी की ओर से मुख्यमंत्री पद का कोई चेहरा तय नहीं हुआ है। हालांकि रेस में योगी आदित्यनाथ भी शामिल है। फिलहाल सपा-कांग्रेस गठबंधन के बाद अखिलेश और राहुल के साथ को टक्कर देने के लिए बीजेपी का ये जवाब कितना कामयाब होगा और क्या पार्टी आलाकमान इसे पोस्टर को आगे लेकर जाएगी ये देखना दिलचस्प होगा।
इसे भी पढ़ें:- यूपी में जीत के लिए भाजपा ने उतारे 5 दिग्गज चुनावी मैनेजर