मेरठ: पत्नी को गोली मारकर फरार चल रहे बीजेपी नेता कुलदीप तोमर गिरफ्तार
यूपी में गायत्री प्रजापति कि गिरफ्तारी के बाद पुलिस अफसरों को अपनी कुर्सी पर संकट दिखाई देने लगा और रातों रात कुलदीप कि गिरफ्तारी दिखा दी गई।
मेरठ। लखनऊ में गायत्री प्रजापति की गिरफ्तारी का असर अब यूपी के जिलों की पुलिस पर दिखने लगा है। मेरठ में पुलिस अफसरों के संरक्षण में फरार बीजेपी नेता कुलदीप तोमर की पुलिस ने शुक्रवार को कागजों में गिरफ्तारी दिखा दी। कुलदीप तोमर ने एक महीने पहले अपनी पत्नी की लाइसेंसी पिस्टल से गोली मारकर हत्या कर दी थी।
मेरठ के दबंग बीजेपी नेता कुलदीप तोमर शुक्रवार को एकाएक मेडिकल थाने में प्रकट हो गए। खबर फैली तो पुलिस के अफसरों ने बताया कि कुलदीप तोमर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। कुलदीप तोमर एक महीने से फरार चल रहे थे। दरअसल 17 फरवरी की रात कुलदीप तोमर ने अपनी पत्नी की अपने घर में गोली मारकर हत्या कर दी थी। वारदात के बाद मेरठ के आनंद अस्पताल में कुलदीप की पत्नी पूनम को मृत घोषित कर दिया गया था। पुलिस अफसरों के साथ अस्पताल में मौजूद रहा कुलदीप अगले दिन सुबह केस दर्ज होने के बाद से फरार हो गया था और पुलिस कागजी घोड़े दौड़ाकर कुलदीप की गिरफ्तारी का प्रयास कर रही थी।
दरअसल मेरठ से सियासी हलकों में कुलदीप तोमर काफी रसूखदार नेता माने जाते हैं। कुलदीप तोमर के नजदीकी ताल्लुकात मेरठ के दिग्गज बीजेपी नेताओं से है। वारदात के बाद इनमें से कई नेता कुलदीप से मिलने अस्पताल भी पहुंचे थे। कुलदीप के ताल्लुकात मेरठ के आईजी से भी काफी गहरे बताये जाते हैं। पूनम के परिजनों का आरोप है कि आईजी से अपने रिश्तों के चलते कुलदीप को पुलिस ने आशीर्वाद दे रखा था और वो गिरफ्तारी से बचने के लिए अदालत के रास्ते खोज रहा था। लेकिन यूपी में गायत्री प्रजापति कि गिरफ्तारी के बाद पुलिस अफसरों को अपनी कुर्सी पर संकट दिखाई देने लगा और रातों रात कुलदीप कि गिरफ्तारी दिखा दी गई।
पुलिस ने फिलहाल कुलदीप तोमर को जेल भेज दिया है लेकिन जेल भेजने से पहले पुलिस अफसरों के इशारे पर केस की धाराओं को हलका कर दिया गया है। पुलिस अफसरों के पुराने बयान और डाक्टरों से मिली जानकारी में पूनम को गोली मारने की पुष्टि हुई थी। वहीं ताजा जानकारी के मुताबिक बदली गई पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पूनम के शव में पिस्टल की गोली नहीं पायी गई। पुलिस ने कुलदीप तोमर कि गिरफ्तारी गैर इरादतन हत्या के मामले में की है जबकि वारदात के बाद धारा 302 में केस दर्ज कराया गया था।
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