यूपी पुलिस की शह! दबंगों ने पूरे परिवार को भरे बाजार में चाकू मारा, एक की मौत
शाहजहांपुर में यूपी पुलिस की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां एक परिवार पर दबंगों ने बाजार में चाकुओं से हमला किया। इसमें एक की मौत हो गई।
शाहजहांपुर। यूपी में पुलिस का खौफ बिल्कुल खत्म हो चुका है। लगता है कि पुलिस दबंगों को क्राइम करने का मौका देती है। ताजा मामला यूपी के शाहजहांपुर का है, जहां सब्जी मार्केट में दबंगों ने एक परिवार पर हमला कर दिया। हमले में परिवार के चार लोग घायल हो गए, जिसमें एक युवक की मौत हो गई जबकि तीन लोग घायल हैं जिनको जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना में पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है क्योंकि दो दिन पहले दबंगों ने इसी परिवार पर हमला किया था। जब पीड़ित परिवार थाने गया तो उसे थाने से ये कहकर भगा दिया कि वह ड्रामेबाजी कर रहा है। हालांकि उसके बाद पुलिस ने 151 के तहत दोनों दबंगों पर कार्रवाई की थी। उस कार्रवाई के बदले पुलिस ने पीड़ित परिवार पर भी इसी धारा के तहत कार्रवाई कर दी थी। पीड़ित परिवार पर हुई कार्रवाई से दबंगों के हौसले बुलंद हो गए और आज जब युवक सब्जी मार्केट दुकान लगाने गया तो वहां उन्हीं दबंगों ने एक बार फिर हमला कर दिया जिसमें युवक की मौत हो गई। मृतक की मां, एक भाई और उसकी बहन घायल हो गई। डायल 100 की भी लापरवाही कम नहीं दिखी। मृतक के भाई ने जब डायल 100 पर फोन किया तो उसके आधे घंटे के बाद पुलिस मौके पर पहुंची तब तक देर हो चुकी थी। Read Also: बरेली: बीवी को फंसाने के लिए बेटे ने कर डाली मां की हत्या
सब्जी मार्केट में परिवार पर हमला
घटना जलालाबाद के सब्जी मंडी की घटना है। मोहल्ला कानून गोआन के रहने वाले रामदेव के बेटे सब्जी मार्केट में आलू बेचने का काम करते हैं। परिवार के सभी लोग एक दुकान पर बैठकर कारोबार करते हैं। जिसमें बेटे विकास (27), सचिन (22), मां सरोजनी और 18 साल की बहन रूबी, ये सभी शुक्रवार की सुबह दुकान पर ही थे। दो दिन पहले हुई मामूली कहासुनी के बाद रंजिश में दबंगों ने इस परिवार पर हमला कर दिया। दबंगों के हौसले इस कदर बुलंद थे कि भरे बजार मे चाकुओं से हमला कर दिया जिसमें दुकान पर बैठे विकास की चाकू लगने से मौत हो गई जबकि मां सरोजनी और बहन रूबी मामूली तौर पर जख्मी हो गई।
जानलेवा हमला कर चलते बने दबंग
जिस वक्त दबंगों ने परिवार पर हमला किया था उस वक्त सचिन आलू लेने दुकान से कुछ दूरी पर गया था। हमले की खबर जब सचिन को लगी तो वह रास्ते से लौटकर सीधे अपनी दूकान पर पहुंचा तो वहां पर दबंग आशिष संजू , रंपत, और तारीक समेत 10 से 15 लोग चाकुओं से हमला कर रहे थे। जब सचिन ने बचाने की कोशिश की तो उसको भी चाकू से घायल कर दिया। घटना को अंजाम देने के बाद दबंग बहुत आसानी से भरे बाजार से फरार हो गए। घटना के आधे घंटे के बाद पुलिस ने मौके पर पहुचकर जांच शुरू की।
'समय पर मदद मिलती तो सचिन की जान बच जाती'
मृतक का भाई सचिन ने बताया कि जब वह अपनी दुकान के पास आया तो उसको दबंग हमला करते हुए दिखे तो इतनी देर में ही उसने थाने फोन कर पुलिस को जानकारी दी लेकिन वहां से समय रहते कोई नही आया। उसके फौरन बाद जब उसने डायल 100 पर फोन किया तो सोचा कि अब पुलिस जल्दी वहां पहुंच जाएगी। तब दबंग हमला कर रहे थे। तब तक उसके भाई की मौत नहीं हुई थी। लेकिन डायल 100 की गाड़ी भी आधे घंटे तक नहीं पहुची। हमलावर फरार हो गए। उसका भाई विकास बहुत गंभीर रूप से घायल हो गया था। लेकिन उसकी मौत नहीं हुई थी। कुछ देर डायल 100 का इंतजार करने के बाद जब इमरजेंसी सहायता नहीं पहुची तो उसने रिक्शे से पहले भाई को थाने ले गया। उसके बाद भी कोई पुलिसवाला थाने से बाहर निकलकर नही आया। उसके बाद वह उसे अस्पताल ले गए जहां पहुंचकर उसके भाई की मौत हो गई। सचिन ने बताया कि अगर समय रहते पुलिस घटनास्थल पहुंच जाती तो उसका भाई बच जाता, साथ ही डायल 100 पर भी सवाल खड़ा हो गया कि आधे घंटे तक क्यों गाड़ी नहीं पहुंच पाई?
दो दिन पहले भी दबंगों ने किया था हमला
घायल सचिन ने बताया कि दो दिन पहले जब वह सब्जी मार्केट में आलू लेने जा रहा था तब मार्केट के ही यही दबंग उसके पीछे पीछे आने लगे थे। इसका उसने विरोध भी किया था। उसके बाद इन्हीं दबंगों ने इस परिवार की भरे बाजार पिटाई की थी। सचिन की मानें तो वह जब तहरीर लेकर थाने पहुंचा तो वहां पहले तो इंसपेक्टर ने गालियां देकर भगा दिया। आरोप है कि इंस्पेक्टर ने कहा कि तुम लोग ड्रामेबाजी कर रहे हो। हालांकि उसके बाद पुलिस ने दबंगों पर 151 के तहत कार्यवाही की थी। लेकिन सवाल ये उठता है कि पीड़ित परिवार पर पुलिस ने किस आरोप के तहत 151 में कार्यवाही कर दी? इस कार्यवाही से दबंगों के हौसले बुलंद हो गए जिसके बाद उन्होंने शुक्रवार की सुबह को उसके भाई की हत्या कर दी।
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