आई नए-नवेली सत्ता तो विधायक के बेटे पर चढ़ी दबंगई की खुमारी, मामूली विवाद पर उठा लिया युवक
खास बात ये है कि विधायक रोशन लाल वर्मा के बेटों पर पिता के विधायक होने का नशा ज्यादा सवार रहता है, जिसकी वजह से अब निगोही थाने की पुलिस भी घबराने लगी है।
शाहजहांपुर। उत्तर प्रदेश में जब दबंगई की बात आती है तो समाजवादी पार्टी की चर्चा शरू हो जाती है वहीं प्रदेश की सत्ता बदली तो लोगों को कुछ राहत मिलने के आसार लगने थे लेकिन सत्ता का नशा सभी पार्टी के नेताओं को चढ़ जाता है। ऐसा ही दबंगई का एक मामला बीजेपी विधायक के बेटे का सामने आया है। जहां सब विधायक के बेटे कि दबंगई के आगे लाचार हो गए। यहां तक कि पूरा थाना स्टाफ एसपी से मामले का तबादला कराने की गुहार लगा रहे हैं।
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इस गुहार की वजह है कि बीते बुधवार को विधायक के पैट्रोल पंप पर कर्मचारियों का किसी युवक विवाद हो गया था। जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। लेकिन मौके पर पुलिस से पहले विधायक के बेटे वहां पहुंच गए और उस युवक को गाड़ी में जबरन डालकर ले गए। हालांकि पुलिस ने विधायक के बेटे के चंगुल से उस युवक को छुड़ाने कि कोशिश की लेकिन कामयाब न हो सके। जिसके बाद पूरे थाना स्टाफ ने एसपी से मामले को दूसरे थाने में तबादला करने की गुहार लगाई है।
दरअसल मामला निगोही थाना क्षेत्र का है। इस क्षेत्र से बीजेपी विधायक रोशन लाल वर्मा हैं। जो अपनी दबंगई के लिए जाने जाते है। खास बात ये है कि विधायक रोशन लाल वर्मा के बेटों पर विधायक होने का नशा ज्यादा सवार रहता है जिसकी वजह से अब निगोही थाने की पुलिस भी घबराने लगी है। इस बात से अंदाजा लगा सकते है कि विधायक के बेटो की दबंगई किस हद होगी कि पूरे थाने के एसओ से लेकर सिपाहियों ने एसपी से तबादले के मांग कर दी है।
एसओ अवनीश यादव ने बताया कि बीती रात उनके फोन पर विधायक रोशन लाल वर्मा के फोन नंबर से कॉल आई। उनके गनर ने फोन पर कहा कि विधायक जी कह रहे हैं कि उनके पेट्रोल पंप पर कुछ लड़के विवाद कर रहे हैं। उसके बाद जब वो पेट्रोल पंप पहुंचे तो वहां पर विधायक का बेटा सचिन आ गया। उसके साथ करीब 15 से 20 लोग थे। एसओ की माने तो हम उस युवक से पूछताछ कर रहे थे। तभी सचिन ने आते ही उसको मेरे सामने पीटना शुरू कर दिया। इसके बाद वो जबरन उस युवक को अपनी गाड़ी में डालकर कहीं ले गए। जबकि उन्होंने उस युवक को विधायक के बेटे के चंगुल से छुड़ाने की कोशिश की लेकिन वो अकेले थे। कुछ देर बाद विधायक के बेटे का फोन आया कि ये मेरे परिवार का लड़का है मेरा कोई विवाद नहीं है। जिसके बाद एसओ अवनीश यादव थाने वापस आ गए।
एसओ अवनीश यादव ने बताया कि फोन आने के पांच मिनट में ही वो पेट्रोल पंप पर पहुंच गए थे तो फिर विधायक के बेटे को इस तरह से उस युवक को पीटना उसके बाद मेरे सामने उस युवक को जबरन अपनी गाड़ी में डालकर ले जाना ये तो सत्ता की हनक दिखाना है। उनका कहना है कि उनके पास उस युवक की तरफ से कोई तहरीर नहीं आई है। लेकिन अगर हमे तहरीर मिलेगी तो हम जरूर कार्रवाई करेंगे।
आपको बता दें कि विधायक रोशन लाल वर्मा के बेटे की दबंगई सामने आने के बाद अब पुलिस भी उस थाने में खुद को महफूज नहीं मान रही है। ये घटना होने के बाद जब एसओ थाने पहुंचे तो वहां पर थाने में सिपाहियों और एसओ समेत पूरे थाना स्टाफ ने एसपी को एक लेटर लिखकर तबादले की गुहार लगाई है। एसओ का कहना है कि इस मामले में जब आला अधिकारी पूछेंगे तो उनको बता दिया जाएगा। फिलहाल अब लगता है कि निगोही थाने की पुलिस बीजेपी विधायक के बेटे से इतना घबरा गई है कि थाने में सभी पुलिस कर्मियों ने सामुहिक तबादले की गुहार लगा दी। मामला सत्ता पक्ष के विधायक से जुड़ा होने के चलते पुलिस के आला अधिकारी इस मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं।
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