ब्राह्मणों के बाद अब गांव गांव दलित संवाद कार्यक्रम के जरिए दलितों से कनेक्ट होगी सपा
लखनऊ, 21 सितंबर: उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले ब्राह्मणों को लुभाने की कवायद के बाद अब सपा ने गांव गांव जाकर दलितों के बीच कार्यक्रम कर सरकार को बेनकाब करने का प्लान तैयार किया है। सपा के नेताओं का दावा है कि पार्टी दलितों और अन्य पिछड़े वर्गों को उचित सम्मान और भागीदारी देगी। समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश के सभी गांवों में अपने सात-चरण के विशेष दलित आउटरीच कार्यक्रम तैयार किया गया है। इस कार्यक्रम की जिम्मेदारी लोहिया वाहिनी को सौंपी गई है। पार्टी का दावा है कि इन कार्यक्रमों के माध्यम से वह पार्टी को समाज में एक्सपोज करने का काम करेगी।
पार्टी के रणनीतिकारों की माने तो समाजवादी लोहिया वाहिनी ने रविवार को प्रयागराज से "गांव-गांव दलित संवाद" (गांवों में दलित प्रवचन) का आयोजन किया था। 5 दिसंबर को लखनऊ में समाप्त होगी। लोहिया वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष राम करण निर्मल कानपुर, इटावा, औरैया, कन्नौज, मैनपुरी, फर्रुखाबाद, आगरा, फिरोजाबाद और मथुरा में कार्यक्रम का हिस्सा होंगे। समाजवादी लोहिया वाहिनी इस कार्यक्रम की शुरुआत भाजपा सरकार की जनविरोधी, किसान विरोधी, दलित विरोधी, पिछड़ा विरोधी, आरक्षण विरोधी नीतियों को बेनकाब करने और समाजवादी विचारधारा, कार्यों और नीतियों को लोगों के बीच ले जाने के लिए कर रही है।
सपा के प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी कहते हैं कि,
''भाजपा के विपरीत दलितों और अन्य पिछड़े वर्गों को उचित सम्मान और भागीदारी देगी। समाजवादी पार्टी के सहयोगियों को न्याय, सम्मान और भागीदारी मिलेगी। पार्टी दलितों और अन्य पिछड़े वर्गों को सम्मान देगी जो भाजपा ने नहीं किया। जब आपके समाज (समुदाय) को सम्मान देने की बात आती है, तो सपा कभी पीछे नहीं हटेगी। हम आपको विश्वास दिलाते हैं कि आपके साथ पहले जो अन्याय हुआ है, हम नहीं करेंगे। एसपी आपके समाज को आगे बढ़ाने से नहीं हिचकिचाएंगे।"
सपा
पूरे
यूपी
में
कर
रही
प्रबुद्ध
वर्ग
एवं
शिव
सेवक
सम्मेलन
सपा
ने
23
अगस्त
को
यूपी
के
बलिया
से
एक
ब्राह्मण
आउटरीच
कार्यक्रम,
'प्रबुद्ध
वर्ग
सम्मेलन'
और
'शिव
सेवक
सम्मेलन'
को
भी
हरी
झंडी
दिखाकर
रवाना
किया
है।
इसने
बहुजन
समाज
पार्टी
(बसपा)
का
अनुसरण
किया
है,
जो
यूपी
के
चुनावी
मैदान
में
पहली
पार्टी
थी।
जुलाई के अंत में ब्राह्मणों के लिए अयोध्या से 'प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन' शुरू करने के लिए। अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली सपा ने 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव के लिए जनवादी पार्टी (समाजवादी) के साथ गठबंधन किया है। जनवादी पार्टी (समाजवादी) का नेतृत्व संजय सिंह चौहान कर रहे हैं, जो यूपी में चौहान समुदाय में मजबूत प्रभाव रखते हैं। पूरे राज्य में समुदाय की महत्वपूर्ण उपस्थिति है।
सपा
के
सहयोगी
ने
निकाली
जनक्रांति
यात्रा
यूपी
के
पूर्व
मुख्यमंत्री
यादव
ने
कुछ
दिनों
पहले
ही
चौहान
को
आठ
दिवसीय
जनक्रांति
यात्रा
के
लिए
बधाई
देते
हुए
कहा,
'यूपी
के
उन
सभी
जिलों
से
बीजेपी
का
सफाया
हो
जाएगा
जहां
से
यह
यात्रा
निकली
है।
इसलिए
हमने
नारा
दिया
है
"अबकी
बार
400
पार"
(इस
बार
सपा
400
सीटों
के
आंकड़े
को
पार
करेगी),
यादव
ने
यूपी
विधानसभा
के
संदर्भ
में
कहा,
जिसमें
403
सदस्य
हैं।
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