स्वामी हंस देवाचार्य की सड़क हादसे में मौत, राम मंदिर निर्माण में निभा रहे थे अहम भूमिका
उन्नाव। आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे पर अलग-अलग थाना क्षेत्रों में हुए हादसे में स्वामी हंस देवाचार्य सहित 6 लोगों की मौत हो गई। घटना के समय हंस देवाचार्य प्रयागराज से हरिद्वार जा रहे थे, जहां बांगरमऊ कोतवाली क्षेत्र में यह हादसा हो गया। सभी के शवों को लखनऊ पुलिस ने ट्रामा सेंटर से कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।
राम मंदिर निर्माण में अहम भूमिका निभा रहे थे
स्वामी हंस देवाचार्य की गाड़ी प्रयागराज से हरिद्वार जाते समय उन्नाव में हादसे का शिकार हो गई। घायल हालत में उन्हें लखनऊ ले जाया गया, जहां उनका निधन हो गया। स्वामी हंस देवाचार्य वैरागियों के मुखिया थे और साथ ही राम मंदिर निर्माण आंदोलन में अहम भूमिका निभा रहे थे।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जगद्गुरु रामानन्दाचार्य स्वामी हंसदेवाचार्य की दुर्घटना में हुई मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया। सीएम ने कहा कि स्वामीजी एक वरिष्ठ धर्माचार्य थे। उन्होंने विभिन्न आध्यात्मिक एवं धार्मिक दायित्वों का कुशलतापूर्वक निर्वहन किया। वे एक अत्यन्त लोकप्रिय संत थे और उनके लाखों अनुयायियों की उनमें अटूट आस्था थी।
अज्ञात वाहन की टक्कर में तीन की मौत
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर हादसे में हरदोई के रहने वाले अमन प्रताप सिंह, अश्विनी कुमार, रामपाल गंभीर रूप से घायल हो गए। औरास थाना क्षेत्र के कोरो कल्याण के पास हुई इस घटना में घायलों को लखनऊ के ट्रामा सेंटर ले जाया गया, लेकिन तब तीनों की मौत हो चुकी थी। हसनगंज थाना प्रभारी ने बताया कि तीनों एक ही मोटरसाइकिल से जा रहे थे। अज्ञात वाहन की टक्कर से यह हादसा हो गया।
कार सवार दो लोगों की मौत
दिल्ली के शास्त्री पार्क निवासी संदीप वर्मा (25) पुत्र अमर चंद वर्मा अपने चालक गणेश तिवारी के साथ कार से लखनऊ जा रहे थे। आगरा से लखनऊ के लिए लखनऊ के विशाल खंड गोमती नगर निवासी परमेश्वरी दयाल वर्मा पुत्र अमर चंद्र व नीलेश कुशवाहा कार में सवार हो गए। अभी इनकी कार औरास थाना क्षेत्र के शहदोई जमाल नगर के पास पहुंची थी कि अज्ञात वाहन से टकरा गई। हादसे में गणेश की मौके पर मौत हो गई। यूपीडा की एंबुलेंस ने घायलों को लखनऊ के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया, जहां निलेश की भी मौत हो गई।
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