उन्नाव में भाई-बहन मर्डर का खुलासा, सगी मौसी का बेटा निकला हत्यारा
Unnao news, उन्नाव। यूपी के उन्नाव में बहन-भाई की नृशंस हत्या का खुलासा पुलिस अधीक्षक ने करते हुए बताया कि लूट के दौरान पहचाने जाने के भय से हत्यारे ने अपनी मौसी के बेटे और बेटी की हत्या कर दी। लूट की योजना में उसने अपने दोस्त को भी शामिल किया था और पूर्व नियोजित योजना के अनुसार अपनी पत्नी को डिलीवरी के नाम पर नर्सिंग होम में भर्ती कराया। इसके बाद सगी मौसी से कहा कि मैं नर्सिंग होम नहीं जा पाऊंगा, आप पत्नी को देख लीजिए।
मौसी को बहाने से हॉस्पिटल भेजा
मौसी नर्सिंग होम में हत्यारे की पत्नी को देखने जाती है। इधर दुस्साहासिक मंशा के साथ युवक मौसी के घर पहुंचा। मौसी की लड़की से पानी मांगा। पानी पीने के बाद लूट की घटना को अंजाम देने लगा। इसी बीच उसने दोनों मासूम बच्चों की हत्या कर दी। पुलिस अधीक्षक ने खुलासा करने वाली टीम को पुरस्कृत करने की भी घोषणा की। लेकिन पर्दे के पीछे कुछ और है जो अभी सामने निकल कर नहीं आया।
हत्यारों ने दिया घटना को अंजाम
घटना गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र के ऋषि नगर का है। उक्त मोहल्ला निवासी पवन मिश्रा की पुत्री अंशिका व राघव की विगत सोमवार को गला रेतकर दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी। ह्रदय विदारक घटना के बाद लोगों में आक्रोश था। घटना की गंभीरता को देखते हुए मौके पर जिलाधिकारी पुलिस अधीक्षक सहित अन्य आला अधिकारी भी पहुंचे और जल्द खुलासे करने का आश्वासन दिया।
पुलिस ने ऐसे किया खुलासा
इधर पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर गंगा घाट कोतवाली पुलिस ने विवेचना शुरू की और 24 घंटे के अंदर मामले का खुलासा किया। जिसमें हत्यारा अंशिका वराघव की सगी मौसी का लड़का गोलू निकला। जिसने धोखे में पहले अपनी मौसी को पत्नी की डिलीवरी के बहाने नर्सिंग होम बुलाया और स्वयं राहुल नाम के सह अभियुक्त को लेकर मौसी मोनू के घर पहुंच गया। उसने लूट की घटना को अंजाम देने के लिए अंशिका हुआ राघव की हत्या कर दी। गंगा घाट पुलिस ने गोलू को गिरफ्तार कर लिया। जबकि सह अभियुक्त राहुल अभी फरार है। पुलिस अधीक्षक ने खुलासा करने वाली टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की।
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