Ujjain : अचानक सीएम राइज स्कूल पहुंचे कलेक्टर, व्यवस्थाओं का लिया जायजा
कलेक्टर आशीष सिंह ने बुधवार को सीएम राइज जाल सेवा निकेतन शासकीय उमावि का निरीक्षण किया। उल्लेखनीय है कि उक्त विद्यालय को सीएम राइज स्कूल घोषित कर दिया गया है। कलेक्टर ने विद्यालय के परिसर में पहुंचकर वहां के प्राचार्य से सीएम राइज स्कूल के तहत दी जा रही सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। साथ ही विभिन्न कक्षाओं में पहुंचकर वहां शिक्षकों द्वारा विद्यार्थियों को पढ़ाये जाने की पद्धति का अवलोकन किया। जानकारी दी गई कि बच्चों को पढ़ाने के लिये शिक्षकों की ट्रेनिंग निरन्तर आयोजित की जा रही है। निरीक्षण के दौरान कक्षाओं और भवन के रख-रखाव और साफ-सफाई की कलेक्टर द्वारा प्रशंसा की गई। उन्होंने इस गुणवत्ता को निरन्तर बनाये रखने के निर्देश दिये।
कलेक्टर ने देखी व्यवस्था
जानकारी दी गई कि विद्यालय में अंग्रेजी और हिन्दी दोनों माध्यमों में पढ़ाई करवाई जा रही है। अभी विद्यालय में प्रवेश पूर्णत: नि:शुल्क है। 12वी कक्षा के बाद विद्यार्थियों को कैरियर गाईडेंस देने के लिये कैरियर काउंसलिंग रूम विद्यालय में बनाया गया है। विद्यालय के स्टाफ द्वारा निरीक्षण के दौरान जानकारी दी गई कि विद्यालय के समीप स्थित नगर निगम की सब्जी मंडी के शौचालय का पानी कई बार परिसर में आ जाता है। कलेक्टर ने इसका तुरन्त निराकरण करने के निर्देश दिये। कलेक्टर द्वारा निर्माणाधीन दिव्यांग बालक और बालिकाओं के होस्टल का अवलोकन भी किया गया। उन्होंने विद्यालय के खेल मैदान का अवलोकन किया।
नए भवन में किया जाएगा शिफ्ट
जानकारी दी गई कि वर्तमान में सीएम राइज स्कूल पुराने भवन में संचालित किया जा रहा है। शीघ्र ही इसे नये भवन में शिफ्ट किया जायेगा। नये भवन का प्रस्ताव स्वीकृत हो गया है। यह जल्द ही बनकर तैयार होगा। नवीन भवन जी+2 बनाया जायेगा।कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने निरीक्षण के दौरान कहा कि, सीएम राइज स्कूल मध्य प्रदेश शासन की बहुत अच्छी और महत्वाकांक्षी योजना है। विद्यालय का वातावरण यहां की शैक्षणिक पद्धति और अन्य सुविधाएं काफी अच्छी हैं। निश्चित रूप से यह अन्य निजी विद्यालयों से श्रेष्ठ है। स्वच्छता और सुरक्षा के लिये यहां पर अतिरिक्त कर्मचारियों को लगाया गया है। यहां बहुत अच्छी सुविधाएं प्रदान की जा रही है। उज्जैन जिले में कुल आठ सीएम राइज स्कूल हैं। इनमें से एक विद्यालय में बच्चों को लाने-ले जाने के लिये परिवहन की व्यवस्था प्रारम्भ हो गई है। शेष स्कूलों में अगले 10 से 12 दिनों में परिवहन की व्यवस्था शुरू हो जायेगी।