Saroj Kumari : राजस्थान की IPS बेटी को गुजरात DGP कमेंडेशन डिस्क अवार्ड, लॉकडाउन में बनी थीं मददगार
सूरत, 12 अप्रैल। मिलिए सरोज कुमारी से। ये गुजरात पुलिस की काबिल आईपीएस हैं। इन्हें गुजरात DGP कमेंडेशन डिस्क अवार्ड से सम्मानित किया गया है। गुजरात कैडर की आईपीएस सरोज कुमारी के नाम कई उपलब्धियां हैं। बोटाद जिले में कई महिलाओं को जिस्मफरोशी के दलदल से निकालकर समाज की मुख्य धारा में लाने का श्रेय भी तत्कालीन एसपी सरोज कुमारी को ही जाता है।
सरोज कुमारी का इंटरव्यू
वन इंडिया हिंदी से बातचीत में सरोज कुमारी राजस्थान के गांव बुडानिया के सरकारी स्कूल में पढ़ाई से लेकर आईपीएस बनने तक का सफर बयां किया। आईपीएस सरोज कुमारी ने बताया कि उनके समेत गुजरात पुलिस के सौ से ज्यादा पुलिसकर्मी व अधिकारियों को डीजीपी कमांडेशन डिस्क अवार्ड मिला है, जिसमें प्रशस्ति पत्र व बैज दिया गया है।
सरोज कुमारी क्यों हुईं सम्मानित?
दरअसल, कोरोना महामारी के दौरान सरोज कुमारी वडोदरा में डीसीपी पद पर कार्यरत थीं। तब लॉकडाउन में जरूरतमंद लोगों के लिए आईपीएस सरोज कुमारी ने पुलिस किचन सेवा शुरू करवाई। फुटपाथ पर रहने वाले लोगों तक पुलिसकर्मियों के जरिए भोजन पहुंचाया। इसी की बदौलत सरोज कुमारी को डीजीपी कमांडेशन डिस्क अवार्ड से सम्मानित किया गया।
डॉ. मनीष सैनी से हुई शादी
बता दें कि आईपीएस सरोज कुमारी की शादी दिल्ली के जाने-माने डॉक्टर मनीष सैनी से हुई हैं। डॉ. मनीष सैनी व आईपीएस सरोज कुमारी ने जून 2019 में शादी की थी। इनके एक बेटा व एक बेटी है। पत्नी सरोज कुमारी को डीजीपी कमांडेशन डिस्क अवार्ड की खबर मनीष सैनी ने अपनी फेसबुक आईडी से शेयर की है।
सरकारी स्कूल में पढ़कर बनीं आईपीएस
आईपीएस सरोज कुमारी की जिंदगी उन लोगों के लिए मिसाल है, जो सोचते हैं कि सरकारी स्कूलों में पढ़कर कुछ नहीं बना जा सकता है। सरोज कुमारी ने अपनी शुरुआती पढ़ाई गांव बुडानिया के सरकारी स्कूल से ही की और आज वर्ष 2011 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं। ये वो इकलौती आईपीएस अधिकारी हैं, जिसने माउंट एवरेस्ट फतह करने के मिशन में हिस्सा लिया।
मिल चुका है कोविड-19 महिला योद्धा का अवार्ड
महिला आईपीएस अधिकारी सरोज कुमारी को कोरोना महामारी के दौरान किए गए कामों की बदौलत कोविड-19 महिला योद्धा का अवार्ड भी मिल चुका है। इन्होंने लॉकडाउन में जरूरतमंद लोगों का पेट भरने के लिए साथी महिला पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर पुलिस रसोई शुरू की थी, जिसमें लोकडाउन में रोजाना छह सौ लोगों तक भोजन पहुंचाया गया।
आईपीएस सरोज कुमारी डीसीपी
बता दें कि आईपीएस सरोज कुमारी का जन्म राजस्थान के झुंझुनूं जिले के चिड़ावा उपखंड के गांव बुडानिया में बनवारी लाल मेघवाल व सेवा देवी के घर हुआ। सरोज कुमारी वर्तमान में सूरत डीसीपी के पद पर सेवाएं दे रही हैं।
इनको भी मिला अवार्ड
अवार्ड पाने वालों में डीजीपी स्तर के तीन अधिकारी, एडीजीपी स्तर के तीन अधिकारी, आईजीपी स्तर के पांच, एसपी स्तर के 13, पुलिस उपाधीक्षक स्तर के 17, पीआई स्तर के 15, पीएसआई स्तर के 14, एएसआई स्तर के 08 अधिकारी शामिल हैं। इसके अलावा 12 हेड कांस्टेबल, 15 कांस्टेबल को यह सम्मान प्रदान किया गया है। यह अवार्ड देने वाला गुजरात देश का सातवां राज्य बना है।
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