Maneka Gandhi : 'गांधी परिवार की विद्रोही' मेनका गांधी के वो विवादित बयान, जिनकी वजह से मचा हल्ला
सुल्तानपुर, 23 जून: उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर से सांसद और पशु अधिकार कार्यकर्ता मेनका गांधी के खिलाफ भारतीय वेटनरी एसोसिएशन ने नाराजगी जाहिर की है। एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर मेनका गांधी पर पशु चिकित्सकों को धमकाने और अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने के आरोप लगाया है। इसके बाद से सोशल मीडिया पर मेनका के खिलाफ गुस्सा दिख रहा है। यूजर्स ट्विटर पर #मेनकागांधीमाफीमांगे ट्वीट कर रहे हैं। बता दें, ये पहला मौका नहीं है जब मेनका गांधी विवादों में रही हैं। देश के सबसे बड़े राजनीतिक घराने की बहू मेनका अपने विवादित बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहती हैं।
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मास्क नहीं है तो नहीं है, वह मरे तो हमारी बला से...
मेनका गांधी अपने संसदीय क्षेत्र सुल्तानपुर में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक कर रही थीं। इस दौरान उन्होंने व्यापारियों की समस्याओं को सुनने के बाद बैठक में प्रशासनिक अधिकारियों को हॉटस्पॉट क्षेत्रों को पूरी तरह खोलने के निर्देश दिए। मेनका ने कहा कि पुलिस किसी भी व्यक्ति को हेलमेट या मास्क के लिए परेशान न करें। उन्होंने साफ तौर पर कहा, कोरोना को लेकर पूरे देश में सख्ती है। हमें मालूम है कि उनका काम ही है नियम रखना, लेकिन मास्क नहीं है तो नहीं है, वह मरे तो हमारी बला से लेकिन इनके ऊपर पैसों की वसूली ना हो।
जब पत्रकारों को कहा ब्लैकमेलर
सुल्तानपुर में ही एक कार्यक्रम के दौरान मेनका ने पत्रकारों को ब्लैकमेलर तक कह दिया। उन्होंने कहा, वेयर हाउसों में रात में लोडिंग अनलोडिंग होती है, क्योंकि दिन में ट्रक तो आ नहीं सकते हैं, रात में ही आएंगे। प्रेस वाले इनकी तस्वीरें खींचते हैं, अखबारों में डालते हैं और ब्लैकमेल करते हैं, जो अच्छी बात नहीं है।
मुसलमानों पर दिए बयान पर मिला नोटिस
मेनका गांधी का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने कहा ''मैं जीत रही हूं, लोगों की मदद और प्यार से मैं जीत रही हूं, लेकिन अगर मेरी जीत मुसलमानों के बिना होगी, तो मुझे बहुत अच्छा नहीं लगेगा। क्योंकि इतना मैं बता देती हूं कि दिल खट्टा हो जाता है। फिर जब मुसलमान आता है काम के लिए तो मैं सोचती हूं कि रहने दो, क्या फर्क पड़ता है। मेनका के इस बयान पर सुल्तानपुर के ज़िलाधिकारी और अतिरिक्त मुख्य चुनाव अधिकारी की ओर से नोटिस जारी किया गया था। इसके बाद मेनका ने अपनी सफाई में कहा है कि उनके बयान को काट-छांट कर पेश किया गया।
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