'सहवाग भी ऐसे ही हुआ करते थे', ऋषभ पंत ने जीता पूर्व क्रिकेटर का दिल
नई दिल्ली। ऋषभ पंत ने क्रिकेट जगत में एक विस्फोटक बल्लेबाज के रूप में अपनी पहचान बनाई है। अभी तक देखा गया है कि टीम किसी भी स्थिति में हो, पंत गेंदबाजों पर हावी होने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ते। फिर भले ही उनका विकेट क्यों ना जल्दी गिर जाए। ठीक ऐसी ही रणनीति वीरेंद्र सहवाग की हुआ करती थी जो ओपनिंग करते समय आते ही विरोधी गेंदबाजों पर टूट पड़ते थे। साउथ अफ्रीका के खिलाफ पंत ने 71 गेंदों में 85 रनों की पारी खेली, जिसमें 10 चाैके व 2 छक्के शामिल रहे। पंत की इस पारी ने पूर्व भारतीय क्रिकेटर जहीर खान का दिल जीत लिया है। लिहाजा, जहीर ने पंत की तुलना सहवाग से करते हुए जमकर सराहनी की।
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सहवाग भी हमारे जमाने में ऐसे ही हुआ करते थे
जहीर ने क्रिकबज से बात करते हुए कहा, "जब आप किसी ऐसे खिलाड़ी के बारे में बात करते हैं जो एक्स-फैक्टर हो सकता है, तो दिमाग में पहला नाम ऋषभ पंत का आता है। उनमें प्रतिभा है जो उन्हें एक अलग लेवल पर रखती है। अगर कोई खिलाड़ी ऐसी चीजें करने में कामयाब हो जाता है जो दूसरे खिलाड़ी नहीं कर पाते हैं, तो फिर उससे उम्मीदें बढ़ जाती हैं। साथ ही खिलाड़ी पर दबाव भी बढ़ता है। लेकिन पंत कमेंट्री या बाहरी शोर से ज्यादा परेशान नहीं होते हैं। वीरेंद्र सहवाग भी हमारे जमाने में ऐसे ही हुआ करते थे।
उन्होंने आगे कहा, "सहवाग भी अपने समय अन्य चीजों पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय अपने खेल के बारे में सोचते थे और पंत का भी ऐसा ही नजरिया है। आप उसे उसके आंकड़ों के आधार पर नहीं आंक सकते क्योंकि वह जोखिम भरा खेल खेलता है। वह एक प्रभावशाली खिलाड़ी है।"
पंत के लिए कोई एक स्थान पक्का ना करें
पंत के लिए एक निश्चित स्थान रखने के बजाय जहीर को लगता है कि मैच की स्थिति के आधार पर उन्हें एक फ्लोटर के रूप में खेलते देखना सही है। क्योंकि बीच के ओवरों में भारतीय टीम कमजोर पड़ जाती है। ऐसे में पंत का तेज खेल इस कमी को सुधारने में मदद कर सकती है। जहीर ने कहा, "मैं नहीं मानता कि पंत की बल्लेबाजी की स्थिति ने सीमित ओवरों में उनके प्रदर्शन को प्रभावित किया हो। भारतीय टीम उससे लचीलेपन की उम्मीद करता है। उनके पास एक ऐसा खिलाड़ी है जो स्थिति के अनुसार बल्लेबाजी करने आ सकता है। आप उसकी फॉर्म और बल्लेबाजी की स्थिति को एकसाथ नहीं तोल सकते। ये दो पूरी तरह से अलग चीजें हैं। पंत के लिए आप कोई एक स्थान पक्का ना करें, बल्कि एक प्रभावशाली खिलाड़ी के रूप में इस्तेमाल किया जाना चाहिए।"
अलग है पंत का अंदाज
बता दें कि पंत के खेलने का अंदाज बिल्कुल अलग है। उन्होंने टीम में एक विकेटकीपर के रूप में जगह बनाई है। पंत कई बार बड़े शाॅट खेलने के चक्कर में अपना विकेट जल्दी भी गंवा देते हैं, जिस कारण उनकी आलोचना भी होती है। लेकिन यह भी देखा गया है कि पंत का बल्ला जब भी चला है तो टीम के लिए उनकी पारी फिर अहम साबित हुई है। पंत अभी 24 साल के हैं, जो तीनों फाॅर्मेट का अनुभव प्राप्त कर रहे हैं। भविष्य में पंत अहम खिलाड़ी साबित हो सकते हैं।