'5 सालों तक अच्छा प्रदर्शन किया फिर भी नहीं दिया मौका', भारतीय टीम में वापसी को लेकर धवन ने तोड़ी चुप्पी
नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग के 15वें सीजन में 10 टीमों के हिस्सा लेने के साथ ही फैन्स को काफी कुछ नया देखने को मिला है, तो वहीं पर कई टीमों ने सीजन का आगाज अच्छे तरीके से किया लेकिन बीच में अपनी लय को खो दिया और रास्ते से भटक गये, हालांकि अभी भी उनकी प्लेऑफ में पहुंचने की उम्मीदें बरकरार हैं। इन टीमों में एक नाम पंजाब किंग्स का भी रहा है जिसने इस सीजन काफी मिला जुला प्रदर्शन किया है और फिलहाल अंकतालिका में 10 अंक लेकर 8वें पायदान पर काबिज है।

हालांकि इसके बावजूद पंजाब किंग्स की टीम प्लेऑफ में पहुंचने की अपनी उम्मीदों को जिंदा रखे हुए है, जिसे बरकरार रखने के लिये 60वें मैच में उसका मुकाबला चौथे पायदान पर काबिज आरसीबी से हो रहा है। यहां पर मयंक अग्रवाल की टीम एक भी मैच में हार अफोर्ड नहीं कर सकती है क्योंकि अगर उसे एक भी हार का सामना करना पड़ा तो वो प्लेऑफ की रेस से बाहर हो जायेगी।

अंतर्राष्ट्रीय मौके का फायदा नहीं उठा सके थे धवन
पंजाब किंग्स की टीम ने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ खेले गये अपने पिछले मुकाबले में टीम के सीनियर हरफनमौला खिलाड़ी ऋषि धवन की वापसी कराई थी जिन्होंने कप्तान संजू सैमसन का अहम विकेट चटकाया था। हालांकि इसके बावजूद पंजाब किंग्स की टीम इस मैच में जीत हासिल करने में नाकाम रही थी। ऋषि धवन की बात करें तो पंजाब किंग्स की टीम ने मेगा ऑक्शन में उन्हें 55 लाख रुपये में खरीदा था और अब तक 5 मैचों में मौका दे चुकी है। धवन ने भारतीय टीम के लिये 17 जनवरी 2016 को अपना अंतर्राष्ट्रीय डेब्यू किया था और इसी साल 3 वनडे और एक टी20 मैच खेलने के बाद टीम से बाहर भी हो गये। ऋषि धवन खुद को मिले इन मौकों का फायदा नहीं उठा सके और 3 वनडे मैच में 13 रन बनाकर सिर्फ एक विकेट चटकाया तो वहीं पर एक टी20 मैच में एक रन बनाकर सिर्फ एक विकेट अपने नाम किया।

5 साल बाद आईपीएल में हुई वापसी
भारतीय टीम से बाहर होने के बाद ऋषि धवन ने घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट तो छोड़िये उन्हें आईपीएल में भी वापसी का मौका नहीं मिला। धवन ने साल 2013 में अपना आईपीएल डेब्यू किया था जिसके बाद वो 2016 तक इस टूर्नामेंट का हिस्सा बने लेकिन उसके बाद उन्हें 5 सालों तक इस टूर्नामेंट में खेलने का मौका नहीं मिला और 202 में दोबारा पंजाब किंग्स की टीम ने उन पर दांव लगाया। अपनी वापसी में संघर्ष को लेकर धवन ने इंडियन एक्सप्रेस से बात की और बताया कि कैसे उन्होंने वापसी की।

अपने दर्द को शब्दों में बयां नहीं कर सकता
उन्होंने कहा,'आईपीएल में 4 साल तक खेलने के बाद मुझे भारतीय टीम में डेब्यू करने का मौका मिला, लेकिन कुछ मैचों के बाद ही ड्रॉप कर दिया गया। पिछले 5 सालों में मुझे किसी ने अपनी टीम में शामिल नहीं किया। घरेलू स्तर पर मेरे प्रदर्शन को किसी ने भी नोटिस नहीं किया। यह दिल तोड़ने वाला था कि मैं लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहा था लेकिन इसके बावजूद मुझे मौका नहीं दिया जा रहा था। इसके चलते मेरे अंदर एक दर्द इकट्ठा हो गया है जिसे मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकता। जब मैं भारत के लिये खेला तो मैं वैसा प्रदर्शन कर पाने में नाकाम रहा था जिसकी मुझसे अपेक्षा की गई थी। मुझे आज भी लगता है कि मैं बेहतर कर सकता था।'

भारतीय टीम में वापसी करना चाहते हैं धवन
धवन ने आगे बात करते हुए कहा कि वो एक बार फिर से भारतीय टीम में वापसी करना चाहते हैं और जब एक लंबे समय के बाद उन्हें आईपीएल में वापसी का मौका मिल गया है तो वो अपने प्रदर्शन के चलते भारतीय टीम में वापसी करने की ओर पूरा जोर लगायेंगे।
उन्होंने कहा,'मेरा लक्ष्य भारतीय टीम में वापसी करना है और ऐसा करने के लिये आपको सही तरह का शोर मचाना होता है। घरेलू स्तर पर हिमाचल प्रदेश के लिये उसका पहला घरेलू खिताब जीतना मेरे क्रिकेट करियर के सबसे बेहतरीन और यादगार लम्हों में से एक है।'