'उसने एक ही मैच फिनिश किया, वो भी चार साल पहले', इस खिलाड़ी को सपोर्ट करने पर टीम की हुई आलोचना
भारतीय क्रिकेट टीम ने वर्ल्ड कप को ध्यान में रखकर जिस खिलाड़ी को इतना सपोर्ट किया था वह टी20 विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया की मुश्किल पिचों पर सुपर फ्लॉप साबित हुआ। अब इस फैसले पर पूर्व भारतीय स्पिनर ने सवाल उठाया है।
भारत का एक ऐसा खिलाड़ी है जो बहुत ही लंबे समय तक टीम मैनेजमेंट द्वारा बैक किया गया। हालांकि उसको खेलने के बहुत ज्यादा मौके तो नहीं मिले लेकिन करियर के अंतिम पड़ाव में जिस तरह का अवसर उसे मिला उसने बाद में टीम मैनेजमेंट की सोच पर सवाल खड़ा कर दिया। क्योंकि ये खिलाड़ी उस मौके को भुनाने में ना केवल पूरी तरह से नाकाम साबित हुआ बल्कि किसी युवा खिलाड़ी को तराशने का मौका भी टीम को नहीं मिल पाया। यह खिलाड़ी है भारतीय टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik) जिनको 34 साल की उम्र में टीम इंडिया ने तब सपोर्ट किया जब उनका करियर लगभग खत्म हो चुका था।
दिनेश कार्तिक को बैक करने पर सवाल
करियर के अघोषित समापन पर आईपीएल 2022 में उनकी परफॉरमेंस जो आई उसने फिर से उम्मीदों को जिंदा कर दिया। तब कार्तिक ने आरसीबी के लिए 183 के स्ट्राइक रेट के साथ 330 रन बनाए थे। टीम इंडिया में भी फिर उनको फिनिशिंग के लिए रोल के लिए चुना गया लेकिन वे वर्ल्ड कप में ढेर हो गए। ऑस्ट्रेलिया की उछाल भरी पिचों पर कार्तिक दबाव भरे माहौल में फेल हो गए। बचें मंच पर बड़ी टीमों के सामने मुश्किल पिचों पर कार्तिक की काबिलियत जवाब दे गई। वे ऐसे बुझे कि टी20 वर्ल्ड कप के अंतिम मैचों में उस ऋषभ पंत को जगह दी गई जिसको कार्तिक के कारण बैंच पर बैठाकर वर्ल्ड कप के लिए तैयार ही नहीं किया गया था। पंत भी फेल हुए और अब तक ये फेलियर जारी है।
मैंने बस उनको एक मैच फिनिश करते हुए देखा
ऐसे में भारत के पूर्व स्पिनर मनिंदर सिंह हैरान हैं। उनका कहना है कि समझ से परे है कार्तिक को इतना बैक क्यों किया गया। उनका कहना है, मुझे नहीं पता दिनेश कार्तिक को कैस इतने लंबे समय के लिए बैक किया गया। मैंने बस उनको एक मैच फिनिश करते हुए देखा था वो भी चार साल पहले का निदहास ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला था। यहां तक टी20 वर्ल्ड कप में भी उनको सपोर्ट किया गया और ऐसा लगा कि फिनिशर का टैग उनके लिए दबाव को और बढ़ाने का काम कर गया। अगर कोई परफॉर्म नहीं कर पा रहा है तो आपको बदलाव करने होते हैं।
वर्ल्ड कप के लिए कार्तिक को लेना गलती साबित हुआ
कार्तिक वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ एक ही रन बना पाए। साउथ अफ्रीका के खिलाफ 6 और बांग्लादेश के सामने भी केवल 7 ही बना सके। कार्तिक की पारियों ने कोई प्रभाव नहीं छोड़ा, भले ही फिर उनको खेलने के लिए कुछ ही गेंदों का समय मिला लेकिन एक फिनिशर के तौर पर वे वहां नाकाम रहे।
मनिंदर ने बांग्लादेश वनडे सीरीज में कुलदीप यादव को मौका ना देने के लिए भी मैनेजमेंट की आलोचना की। उनका कहना है कि भारत ने पहले ही वर्ल्ड कप में कलाई के स्पिनरों को ना उतारने की गलती की थी लेकिन अब कुलदीप को भी मौका नहीं दिया गया। जब आप उनको मौका नहीं दोगे तो ये कैसे समझ पाओगे कि वर्ल्ड कप की टीम बिल्डिंग में उनकी क्या भूमिका हो सकती है?
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