'अगर मेहनत नहीं करोगे तो विनोद कांबली बन जाओगे;, कपिल देव ने सचिन की जमकर तारीफ
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के लिये वनडे प्रारूप का पहला विश्वकप जिताने वाले कप्तान कपिल देव ने क्रिकेट का भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर की जमकर तारीफ की है और टैलेंट और कड़ी मेहनत के बीच के फर्क का परफेक्ट उदाहरण करार दिया है। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने महज 16 साल की उम्र में अपने करियर का आगाज किया था और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गये। भारत के सबसे महान बल्लेबाज ने अपने 24 साल के करियर में 100 अंतर्राष्ट्रीय शतक और 34 हजार अंतर्राष्ट्रीय रन बनाने का कारनामा किया।
वो विश्वकप विजेता बल्लेबाज बनें तो वहीं पर क्रिकेट जगत का शायद ही कोई ऐसा रिकॉर्ड रहा हो जो उन्होंने अपने नाम न किया हो। कपिल देव ने सचिन तेंदुलकर के टैलेंट की जमकर तारीफ करते हुए बताया कि कैसे किसी खिलाड़ी के लिये अपने टैलेंट का सही इस्तेमाल करने के लिये लगातार मेहनत करना जरूरी है।
मेहनत नहीं करोगे तो बन जाओगे कांबली
कपिल देव ने आगे बात करते हुए कहा कि सचिन तेंदुलकर ने लगातार दो दशक तक अपने टैलेंट के बावजूद मेहनत करना जारी रखा और वो लेजेंडरी खिलाड़ी बनकर उभरे जिसकी ओर आज दुनिया का हर युवा क्रिकेटर देखता है और बनना चाहता है।
स्टूडेंटस ऑफ पारुल यूनिवर्सिटी में टाइम्स इंटरनेट के साथ हुई एक बातचीत के दौरान उन्होंने कहा,'कई बार युवा खिलाड़ी दूसरों को प्रभावित करने के लिये कुछ चीजें करना शुरू कर देते हैं, पर मेरा मानना है कि आप जो भी चुनें उसके प्रति आपके अंदर प्यार होना जरूरी है। आपके जुनून का कोई दूसरा विकल्प नहीं होता है। जिसके लिये आपको कड़ी मेहनत करनी होती है। सचिन तेंदुलकर अपने सपने के लिये कड़ी मेहनत और जुनून का सबसे बेहतरीन उदाहरण हैं। अगर आप प्रतिभाशाली हैं लेकिन कड़ी मेहनत नहीं करते हैं तो आप विनोद कांबली बन सकते हैं। अगर आपकी मंजिल खूबसूरत है तो सफर को लेकर क्या डरना।'
सपनों को जीना है जरूरी
कपिल देव के खुद के करियर की बात करें तो वो भारत के लिये खेलने वाले सबसे बड़े ऑलराउंडर्स में से एक हैं। कपिल देव को संन्यास लिये 28 साल हो गये हैं लेकिन आज भी भारतीय टीम में उनके जितना काबिल दूसरा ऑलराउंडर नहीं हुआ है। अपने खुद के करियर पर नजर डालते हुए कपिल देव ने कहा कि सफलता हासिल करने के लिये आपको खुद के सपने पर भरोसा रखना बहुत जरूरी होता है।
सपने के पीछे भूल जाता था दिन-रात
उन्होंने कहा,'मुझे ज्यादा बात करने में विश्वास नहीं है बल्कि कुछ कर के दिखाने में यकीन है। मुझे लगता है कि अगर आप अपने सपने के प्रति जुनूनी हैं तो आप कुछ भी हासिल कर सकते हैं। जब मैं युवा था तो घंटों अभ्यास करता था और मुझे दिन और रात के बीच का फर्क नहीं पता चलता था। अब मैं सोचता हूं कि मैं रात भर खेलना जारी क्यों नहीं रख सकता। जब आप किसी से प्यार करते हैं तो आप समय, जगह और सबकुछ भूल जाते हैं।'