IPL से बढ़ी बीसीसीआई की इनकम तो पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को हुई जलन, अड़ंगा डालने की कर रहा तैयारी
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने हाल ही में समाप्त हुए इंडियन प्रीमियर लीग के मीडिया अधिकारों के ई-ऑक्शन में भारी भरकम रकम अपने नाम की है जिसके चलते उसकी वैल्यू बढ़ गई है। बीसीसीआई ने 2023 से 2027 के पांच आईपीएल सीजन के अपने मीडिया अधिकारों को 48,390.32 करोड़ रुपये में बेचा है, जो कि 2017 में बेचे गये उसके पिछले करार से लगभग 3 गुना ज्यादा है। इसके चलते आईपीएल के प्रति मैच की कीमत लगभग 118 करोड़ रुपये पहुंच गई है।
इसके साथ ही इंडियन प्रीमियर लीग दुनिया की दूसरी महंगी मीडिया अधिकारों वाली लीग बन गई है। इस लिस्ट में आईपीएल से आगे सिर्फ एनएफएल (नेशनल फुटबॉल लीग) ही है जिसके प्रति मैच के मीडिया अधिकारों की कीमत लगभग 136 करोड़ रुपये है। आईपीएल की ब्रैंड वैल्यू बढ़ने से जहां दुनिया भर के क्रिकेट प्रेमी खुश नजर आ रहे हैं तो वहीं पर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को यह कामयाबी हजम नहीं हो रही है।
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IPL में अड़ंगा लगाने की कोशिश कर रहा है पीसीबी
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड आईपीएल की तरक्की से इतना परेशान हो गया है कि उसने अभी से अगले साल खेले जाने वाले आईपीएल में अड़ंगा लगाने के लिये प्लान करना शुरू कर दिया है और इसको लेकर वो अपना पहला कदम जुलाई में उठाने वाला है।
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल की ओर से तैयार किये जाने फ्यूचर टूर प्रोग्राम कैलेंडर को लेकर जुलाई में बैठक होने वाली है, इसको देखते हुए पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने आईपीएल के ढाई महीने के विंडो को रोकने के लिये कदम उठाने का फैसला किया है। उल्लेखनीय है कि बीसीसीआई सचिव जय शाह ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से खास बातचीत करते हुए साफ किया था कि 2024 से 2031 के एफटीपी कैलेंडर के दौरान आईपीएल के लिये ढाई महीने की विंडो की छूट दी जायेगी, तो वहीं पर पीसीबी इससे अंतर्राष्ट्रीय देशों के बीच खेली जाने वाली द्विपक्षीय सीरीज के बीच होने वाले नुकसान पर जोर डाल कर इसे रोकने की कोशिश करता नजर आयेगा।
अगले महीने ही उठायेगा पहला कदम
बीसीसीआई सचिव ने कहा था कि हम चाहते हैं कि आईपीएल के दौरान दुनिया भर के टॉप इंटरनेशनल क्रिकेटर शामिल हो सकें और इसी के लिये अगले एफटीपी कैलेंडर से आईपीएल को लेकर ढाई महीने का विंडो रिजर्व रहेगा। हमने इसको लेकर अन्य क्रिकेट बोर्ड और आईसीसी से इस पर बात की है। वहीं पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड का मानना है कि इस मामले पर कोई फैसला करने से पहले चर्चा की जरूरत है। पीसीबी से जुड़े एक सूत्र के अनुसार बर्मिंघम में जुलाई के महीने में होने वाली बैठक के दौरान इस मसले पर बात की जायेगी।
ढाई महीने के लिये खिलाड़ियों को बुक करना गलत
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अधिकारी ने कहा,'क्रिकेट में इतना पैसा आते देखना अच्छा है लेकिन आईपीएल के लिये हर साल टॉप क्रिकेटरों को पूरी तरह से बुक करना अच्छा नहीं है। बीसीसीआई की इस योजना से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेली जाने वाली द्विपक्षीय सीरीज पर उलटा असर पड़ेगा। हम इसको लेकर आईसीसी की बैठक में चर्चा करेंगे और विंडो को कम करने की कोशिश करेंगे।'
गौरतलब है कि साल 2008 में मुंबई पर हुए आतंकी हमलों के बाद से पाकिस्तानी खिलाड़ियों को आईपीएल में हिस्सा लेने की इजाजत नहीं हैं। वहीं बीसीसीआई ने साल 2012 के बाद से ही पाकिस्तान के साथ कोई भी द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड कई बार भारत के साथ द्विपक्षीय सीरीज को खेलने की इच्छा जता चुका है लेकिन भारत लगातार इंकार करता रहा है।