IND vs SA: भारत की लीड 200 पार, केपटाउन में चौथी पारी के दौरान कितना टारगेट रहता है सेफ
नई दिल्लीः भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच केपटाउन में चौथी पारी साउथ अफ्रीकी टीम खेलेगी क्योंकि भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया है। भारतीय टीम यहां तीसरी पारी में बैटिंग करते हुए एक और खराब प्रदर्शन का शिकार हो चुकी है क्योंकि एक के बाद एक दिग्गज बल्लेबाजों ने बिना कुछ किए अपने विकेट गंवाए।
ओपनिंग बल्लेबाज केएल राहुल और मयंक अग्रवाल का फ्लॉप शो जारी रहा जबकि चेतेश्वर पुजारा और अंजिक्य रहाणे की सालों से जारी खराब फॉर्म ने इस बार भी कसर नहीं छोड़ी। विराट कोहली ने खूंटा गाड़ने की कोशिश की लेकिन इस तरीके से कभी किसी के रन नहीं बने है। कप्तान पूरी 143 गेंदों पर टिककर केवल 29 ही रन बना सके।
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केवल ऋषभ पंत ही हीरो की तरह टिककर अकेले मोर्चा संभाले रहे वर्ना भारत की लीड 150 के अंदर ही होती। पंत का साथ किसी भी पुछल्ले बल्लेबाज नहीं दिया। भारत ने जोहांसबर्ग टेस्ट मैच में 240 रनों का टारगेट दिया था जिसको किसी भी हाल में आसान नहीं माना जा रहा था लेकिन प्रोटियाज टीम ने लक्ष्य हलवा बनाकर रख दिया।
ऐसे में इस बार देखना होगा कि केपटाउन की चौथी पारी में आमतौर पर टीमों का क्या हाल रहता है।
यहां पर 2002 में ऑस्ट्रेलिया की टीम ने 332 रनों का टारगेट भी चेज कर लिया था और यह किसी भी टीम द्वारा केपटाउन की चौथी पारी में हासिल किया गया सबसे बड़ा टारगेट है।
इसके बाद दक्षिण अफ्रीका ने भी 2011 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 236 रनों का स्कोर चेज किया जो केपटाउन में प्रोटियाज टीम द्वारा हासिल किया गया सबसे बड़ा लक्ष्य है।
दक्षिण अफ्रीका ने यहां पर ही 2007 में भारत के खिलाफ 211 रन भी चेज कर लिए थे।
यानी इस मैदान पर साउथ अफ्रीका की टीम 200 रनों का स्कोर हासिल कर सकती है। भारत की लीड फिलहाल 200 रनों की हो चुकी है लेकिन पंत चाहेंगे कि वह इसको और ज्यादा कर पाएं।