हार्दिक पांड्या ने पूरे सपोर्ट स्टॉफ के नाम किया प्लेयर ऑफ द सीरीज, खुद पर यकीन ने दिलाई सफलता
हार्दिक पांड्या अपनी शर्तों पर मैदान पर उतरने वाले खिलाड़ी हैं। उन्होंने ये बात सीरीज जीतने के बाद स्वीकार भी की और याद किया कैसे इस मैदान पर आईपीएल ट्रॉफी जीती थी लेकिन इस बार वे चीजो को और सिंपल रखना चाहते थे।
IND vs NZ: भारत ने मिचेल सेंटनर की न्यूजीलैंड को खेल के सबसे छोटे प्रारूप में दो लगातार करारी दी क्योंकि कीवी सीरीज का पहला मैच जीतने के बाद बाकी के दो मुकाबलों में 100 रनों के अंदर ढेर हो गए। दूसरे मैच की पिच को भी दोष दिया गया लेकिन तीसरे मुकाबले में भारत ने विपक्षियों को 66 रनों से ढेर करने से पहले बोर्ड पर 234 रन बनाए थे। इस तरह न्यूजीलैंड का यहां अपनी सबसे बुरी हार का सामना करना पड़ा और भारत का घरेलू सीरीज में अजेय क्रम बरकरार है।
प्लेयर ऑफ द सीरीज दिया गया
शुरुआती दो टी20 में रन ना बनाने के चलते आलोचना झेल रहे शुभमन गिल ने साबित कर दिया कि वे केवल वनडे के बल्लेबाज नहीं हैं बल्कि वे नए खिलाड़ी और ऑल फॉर्मेट स्टार हैं। शुभमन गिल ने टी20 सीरीज के पहले ही अपने शानदार बल्लेबाजी प्रदर्शन से छाप छोड़ी है। 23 वर्षीय ने अहमदाबाद में खचाखच भरी भीड़ के सामने 126* रन बनाकर दिल जीत लिया।
गिल का उभार इस समय केवल भारत ही नहीं वर्ल्ड क्रिकेट के लिए भी सबसे बड़ी मौजूदा चीजों में एक हैं। इसके बावजद कहना होगा कि हार्दिक पांड्या जहां बेन स्टोक्स को मात दे रहे हैं तो वो टी20 फॉर्मेट ही है जहां उन्होंने अपनी गेंदबाजी से प्रोपर बॉलर की भूमिका को पूरी तरह से अंजाम दिया है। इस तेजतर्रार ऑलराउंडर ने पहली पारी में बल्ले से शानदार कैमियो के बाद शानदार गेंदबाजी करते हुए अपने चार ओवरों में 4/16 रन बनाए। हार्दिक ने गेंदबाजी में बहुत तरक्की की है और उनको प्लेयर ऑफ द सीरीज दिया गया।
मैं हमेशा इस तरह का खेल खेलता हूं
विजेता कप्तान और प्लेयर ऑफ द सीरीज हार्दिक पांड्या ने कहा, मुझे (प्लेयर ऑफ द सीरीज अवॉर्ड) जीतने पर कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन और भी कई ऐसे प्रदर्शन थे जो असाधारण थे। यह मैन ऑफ द सीरीज और ट्रॉफी पूरे सपोर्ट स्टाफ को जाता है, मैं उन सभी के लिए खुश हूं। सच कहूं तो मैं हमेशा इस तरह का खेल खेलता हूं। मैं पढ़ने की कोशिश करता हूं कि हमें क्या करने की जरूरत है। पहले से कोई आइडिया नहीं होता कि ऐसा ही करना है चाहे परिस्थितियां कुछ और कहें।"
गुजरात टाइटंस के लिए ट्रॉफी भी यहीं पर जीती थी
हार्दिक की कप्तानी बेहतरीन रही है और वे जिम्मेदार खिलाड़ी के तौर पर उभरकर सामने आए हैं। उन्होंने कहा, अपनी कप्तानी में मैं चीजों को सिंपल रखना चाहता हूं और खुद पर विश्वास करना चाहता हूं। मेरा एक सीधा सा नियम है अगर मैं नीचे जाता हूं, तो मैं अपनी शर्तों पर नीचे जाऊंगा। हमने चुनौतियां लेने की बात की है।"
हार्दिक ने इस मैदान पर गुजरात टाइटंस के लिए ट्रॉफी जीती थी। उसकी यादों में जाते हुए उन्होंने कहा, जब हमने आईपीएल फाइनल खेला तो हमें लगा कि दूसरी पारी ज्यादा मसालेदार है लेकिन आज इस पिच पर मैं इसे सामान्य मैच बनाना चाहता था क्योंकि यह निर्णायक था। इसलिए हमने पहले बल्लेबाजी की। उम्मीद है कि हम इसी तरह का प्रदर्शन जारी रख सकते हैं।
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