क्या टीम इंडिया पर बोझ बन गए हैं Virat Kohli? कप्तानी छोड़ने के बाद भी नहीं दिखा प्रदर्शन पर असर
भारत की इस हार के बाद एक बार फिर से पूर्व कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) की खराब फॉर्म पर सवालियां निशान खड़े हो गए हैं।
स्पोर्ट्स डेस्क, 6 जुलाई: भारत और इंग्लैंड के बीच एजबेस्टन में खेला गया रिशेड्यूल पांचवां टेस्ट मैच इंग्लैंड ने एकतरफा अंदाज में 7 विकेट से जीत लिया। पहले 3 दिन इंग्लैंड पर दबाव बनाने वाली टीम इंडिया ने आखिरी दो दिन बहुत ही निराशाजनक खेल दिखाया। भारत की इस हार के बाद एक बार फिर से पूर्व कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) की खराब फॉर्म पर सवालियां निशान खड़े हो गए हैं। एजबेस्टन टेस्ट की दोनों पारियों में किंग कोहली का बल्ला खामोश नजर आया।
अब कोहली के लिए आगे क्या...
इंग्लैंड के खिलाफ पहली पारी में वह 19 गेंदों में 11 रन बनाकर मैथ्यू पॉट्स की गेंद पर बोल्ड हुए, जबकि दूसरी पारी में 44 गेंदों पर 20 रन बनाकर इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स को अपना विकेट दे बैठे। सिर्फ इस मैच में नहीं बल्कि लंबे समय से विराट की फॉर्म कुछ खास नहीं रही है। चलिए कुछ प्वॉइंट्स के जरिए जानने की कोशिश करते हैं कि क्या वाकई में विराट कोहली अब टीम पर बोझ बन चुके हैं...
2019 के बाद से औसत बहुत खराब
साल 2019 के बाद टेस्ट क्रिकेट में विराट कोहली का औसत बहुत खराब रहा है। 2011ं में टेस्ट करियर का आगाज करने वाले कोहली की औसत 2012 से 2019 तक लगातार 40 से ऊपर रही, लेकिन पिछले 3 सालों में मानो उनके प्रदर्शन को किसी की नजर सी लग गई। 2020 में उन्होंने 3 टेस्ट मैचों में 19.33 की साधारण सी औसत से कुल 116 रन बनाए। पिछले साल भी 11 मैचों में भी उनका औसत सिर्फ 28.21 का रहा और विराट के बल्ले से 19 पारियों में कुल 536 रन निकले। इस साल भी पूर्व कप्तान ने 4 टेस्ट खेले हैं 31.43 की औसत से 220 रन बनाए हैं।
3 साल से शतक का इंतजार
विराट
कोहली
ने
पिछले
3
साल
से
इंटरनेशनल
क्रिकेट
तो
दूर
की
बात
है,
IPL
में
भी
कोई
शतक
नहीं
जमाया
है।
IPL,
वनडे,
टेस्ट
और
T20I
को
मिलाकर
कुल
पिछले
115
मैचों
में
विराट
के
बल्ले
और
फैंस
को
शतक
का
इंतजार
है।
अपने
करियर
के
शुरुआती
11
सालों
में
कोहली
ने
सीरीज
दर
सीरीज
शतक
लगाए।
देखते
ही
देखते
उनके
शतकों
की
संख्या
70
तक
पहुंच
गई।
सभी
का
यहीं
कहना
था
कि
वह
सचिन
तेंदुलकर
के
100
शतकों
का
रिकॉर्ड
बहुत
ही
आसानी
से
तोड़
देंगे,
लेकिन
अब
तो
71वां
शतक
आ
जाए
वही
काफी
है।
विराट
ने
अपना
आखिरी
शतक
2019
में
बांग्लादेश
के
खिलाफ
खेले
गए
डे-नाइट
टेस्ट
में
जमाया
था।
तब
उन्होंने
कोलकाता
के
ईडन
गार्ड्न्स
पर
136
रन
की
पारी
खेली
थी।
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कप्तानी छोड़ने का भी फायदा नहीं दिखा
पिछले साल यूएई में हुए टी20 वर्ल्ड कप के बाद विराट कोहली ने T20I की कप्तानी से इस्तीफा दे दिया था। बाद में साउथ अफ्रीका दौरे के लिए बीसीसीआई ने उनसे वनडे की कप्तानी भी ले ली और टेस्ट सीरीज खत्म होने के बाद उन्होंने इस फॉर्मेट से भी कमान छोड़ दी। कोहली का कहना था वो लीडरशिप के बोझ को हटाकर वह अपने खेल पर फोकस करना चाहते हैं, लेकिन ऐसा दिखा नहीं।
कोहली कई बार बढ़िया लय में नजर आए, लेकिन फिर वही बाहर जाती हुई गेंदों पर अपना विकेट गंवा बैठे। कप्तानी छोड़ने के बाद कोहली ने तीनों फॉर्मेट के 11 मैचों में कुल 323 रन बनाए। इस दौरान 13 पारियों में उनके बल्ले से केवल 2 फिफ्टी देखने को मिली।
कोहली को आराम की जरूरत
विराट कोहली की खराब फॉर्म को देखते हुए क्रिकेट के कई जानकार उनको इस खेल से ब्रेक लेने तक की सलाह दे चुके हैं। हाल ही में IPL सीजन 15 के दौरान कोहली को लेकर पूर्व ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ब्रेट ली ने कहा था कि, ''हो सकता है कोहली के लिए अभ्यास में वापस जाने और कुछ चीजों पर काम करने का मौका हो और शायद क्रिकेट से आराम करने से भी उन्हें फायदा होगा। विराट को कुछ समय के लिए खेल से दूर रहकर दिमाग को तरोताजा करना चाहिए।''