हार्दिक पांड्या बोले- उसने मुझे बहुत आजादी दी, वो चाहता था कि मैं अपने दम पर सीखूं
नई दिल्ली। ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या इस बार आईपीएल में हैदाराबाद के लिए कप्तानी करते दिखेंगे। हालांकि एक समय ऐसा था जब लगा कि उनका क्रिकेट करियर ब्रेक खाने वाला है, क्योंकि वह खराब फिटनेस के चलते गेंदबाजी नहीं कर पा रहे थे। साथ ही टीम इंडिया में भी उनकी जगह खतरे में दिखी, लेकिन अब हार्दिक ने फिर से क्रिकेट में वापसी के लिए हुंकार भरी है। हार्दिक ने अपने क्रिकेट करियर के शुरूआती दिनों को याद करते हुए उस खिलाड़ी का जिक्र किया, जिससे उन्होंने खुद से लड़ना सीखा।
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उसने मुझे बहुत आजादी दी
हार्दिक पांड्या ने अनुभवी पत्रकार बोरिया मजूमदार को 'शो बैकस्टेज विद बोरिया' में महेंद्र सिंह धोनी को याद करते हुए बताया, "मैंने सभी से बहुत कुछ सीखा है और खासकर माही भाई से क्योंकि जब मैं भारतीय टीम में गया था, तो मैं एक कच्चा खिलाड़ी था। उन्होंने जिस तरह से मुझे तैयार किया, जिस तरह से उन्होंने मुझे बहुत आजादी दी। वह चाहते थे कि मैं अपनी गलतियों से सीखूं।" ऑलराउंडर ने कहा, "जब मैं वहां आया, तो मुझे लगा कि 'महेंद्र सिंह धोनी सब कुछ देख लेंगे।' उस समय, मैंने सोचा था कि वह बहुत सी बातें क्यों नहीं कह रहे हैं। मैंने सोचा कि वह मुझसे कहेगा कि यहां गेंदबाजी करूं या वहां गेंदबाजी करूं। बाद में मुझे एहसास हुआ कि वह चाहते थे कि मैं अपने दम पर सीखूं, ताकि मैं और अधिक समय तक टिके रह सकूं।"
टी20आई डेब्यू को भी याद किया
अपने करियर पर पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के प्रभाव के बारे में बोलते हुए 28 वर्षीय हार्दिक ने कहा कि उन्होंने पूर्व भारतीय कप्तान से बहुत कुछ सीखा है। उन्होंने यह भी कहा कि धोनी ज्यादा दखल नहीं देते और चाहते हैं कि युवा खिलाड़ी अपनी गलतियों से सीखें। पांड्या ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने टी20आई डेब्यू को भी याद किया, जहां उन्होंने पहले ओवर में खराब गेंदबाजी की थी। दाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने पहले ओवर में 19 रन दिए और सोचा कि उनका करियर खत्म हो गया है। हालांकि, धोनी ने उन पर भरोसा किया और पांड्या इसके लिए आभारी हैं।
याद किया डेब्यू
अपने अंतरराष्ट्रीय डेब्यू को याद करते हुए हार्दिक ने कहा, "मुझे याद है कि मैंने अपने पहले टी20आई ओवर 22 या 24 रन (19) दिए थे और तब मुझे ऐसा लगा कि यह मेरा पहला और आखिरी मैच है। इसलिए, जब उन्होंने मुझे दूसरा ओवर करने के लिए कहा, तो मुझे लगा कि वह किसी और की बात कर रहे हैं। फिर मैं गया और जाहिर है, मेरे लिए चीजें बदल गईं। इसलिए, मैंने उनसे जो सीखा वह यह है कि उन्होंने कभी नहीं दिखाया कि वह वहां है लेकिन वह हमेशा वहां थे।" गाैर हो कि फिटनेस के मुद्दों के कारण ऑलराउंडर कुछ समय से राष्ट्रीय टीम से बाहर हैं। हालांकि, अब उन्हें एक अलग चुनौती के लिए तैयार होना चाहिए क्योंकि वह इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 2022 संस्करण में अहमदाबाद स्थित टीम का नेतृत्व करने के लिए तैयार है।