वहां कोहली को मिला प्यार, यहां मैं दरकिनार! विराट जैसा कमबैक नसीब ना होने से मायूस हुआ पाक स्टार
पाकिस्तान के इस खतरनाक बल्लेबाज को शिकायत है उसको वैसा सपोर्ट नहीं मिल पाया जैसा विराट कोहली को खराब दौर में बीसीसीआई से मिला।
पिछले कुछ सालों से पाकिस्तान क्रिकेट में कई बदलाव हुए हैं जहां कप्तानी से लेकर हाल ही में पीसीबी चेयरमैन बदलने तक का सिलसिला घटित हुआ है। रमीज रजा को भी उसी तरह से बर्खास्त किया गया है जैसे लगभग सरफराज अहमद को हटाया गया था। और नजम सिटी के आने के बाद सरफराज एक बार फिर से टेस्ट टीम में वापस आए और उन्होंने बहुत ही जबरदस्त कमबैक भी किया था। ये वाकया बताता है कि कोई भी खिलाड़ी कितना भी दरकिनार कर दिया अगर उसके अंदर क्रिकेट की आग अभी भी धधक रही है तो वह वापसी कर सकता है।
छले 3 साल से भी ज्यादा समय से अनदेखी
लेकिन इसके लिए उतना ही जरूरी है बोर्ड और टीम का भी उतना ही साथ मिलना जितनी की अपनी फॉर्म का। हालांकि पिछले 3 साल से भी ज्यादा समय से उमर अकमल की लगातार अनदेखी हो रही है उन्होंने पाकिस्तान के लिए 16 टेस्ट 121 वनडे और 84 टी20 मुकाबले खेले हैं जो काफी प्रभावशाली है। उन्हें 2020 में स्पॉट फिक्सिंग की रिपोर्ट ना कराने के चलते क्रिकेट से सस्पेंड कर दिया गया था। उन्होंने इसके बाद माफी मांगते हुए पाकिस्तान के घरेलू क्रिकेट में अपना कमबैक भी किया लेकिन उनको फर्स्ट क्लास क्रिकेट में भी लगातार मौके नहीं मिल रहे हैं।
संघर्ष की दास्तान की तुलना कोहली से की
हालांकि उन्होंने 2022 में उत्तरी पाकिस्तान के लिए लिस्ट ए टूर्नामेंट खेला है। इसी बीच पाकिस्तानी पत्रकार हाफिज मोहम्मद इमरान ने अकमल के साथ अपने इंटरव्यू में खुलासा किया कि डोमेस्टिक टूर्नामेंट में अकमल की टीम की कप्तानी करने वाले पाकिस्तानी क्रिकेटर राजा अली दार को कहा गया था कि वे अकमल को अपनी टीम में ना लें जबकि इसके पीछे का कारण भी नहीं बताया गया था। इस खुलासे के बाद अकमल भावुक हो गए और उन्होंने अपने संघर्ष की दास्तान की तुलना भारत के दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली से की।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड को श्रेय दूंगा
अकमल ने कहा कि यह काफी शर्मनाक है कि राजा ने बिल्कुल सीधे तौर पर यह बात कही है। उनको उन लोगों के नाम बताने चाहिए थे जिन्होंने उनको ऐसा बोलने के लिए कहा कि मुझे नहीं खिलाना चाहिए। मैंने पाकिस्तान के लिए काफी कुछ किया है और मैं इस तरह का बर्ताव का हकदार नहीं हूं। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड का काम है कि वह खिलाड़ियों को उनके मुश्किल समय में सपोर्ट करें। इसका एक बड़ा उदाहरण विराट कोहली है जब वे परफॉर्म नहीं कर पा रहे थे तो उनको टीम से बाहर नहीं किया गया। उनको लगातार खिलाया गया। उनको यह नहीं कहा गया कि तुम्हारा क्रिकेट खत्म हो चुका है। मैं भारतीय क्रिकेट बोर्ड को श्रेय दूंगा कि उन्होंने विराट कोहली को सपोर्ट किया।
कोहली अब पुराने फॉर्म में आ चुके हैं
बता दे विराट कोहली इस सहयोग के चलते ना केवल अपने रनों के सूखे को भी समाप्त करने में कामयाब रहे बल्कि लगातार शतक जड़ने के बाद पुराने फॉर्म में वापस आ गए। उन्होंने 2022 के एशिया कप में अफगानिस्तान के खिलाफ सेंचुरी लगाकर अपना 3 साल का शतक का सूखा समाप्त किया था और वे इसके बाद वनडे में भी शतक लगा चुके हैं। अब केवल टेस्ट फॉर्मेट ही है जहां उन्होंने पिछले कुछ समय से शतक नहीं लगाया है। बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में उनके पास ये सूखा खत्म करने का सुनहरा मौका है
Recommended Video
'केएल राहुल पर है अब सारा दबाव', कैफ ने कहा- वे एक-दो पारी में फेल हुए तो शुभमन गिल करेंगे ओपन