जानें क्या रहे पहले ही हफ्ते में क्रिकेट के 3 बड़े उलटफेर, 2022 के साथ हो गई बदलाव की शुरुआत
नई दिल्ली। 2020 में जब कोरोना वायरस की महामारी ने दुनिया भर में अपना कहर बरपाया तो खेल जगत पर भी काफी असर देखने को मिला और लंबे समय तक नियमित रूप से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट का आयोजन नहीं हो सका। इसके बाद साल 2021 में जब क्रिकेट काफी हद तक मैदान पर लौटा तो टीमों को काफी ऐतिहासिक लम्हें देखने को मिले। इसमें भारत का ऑस्ट्रेलिया में लगातार दूसरी बार टेस्ट सीरीज जीतना, न्यूजीलैंड का पहली बार विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप जीतना, विश्वकप में पाकिस्तान का भारत को हराना और ऑस्ट्रेलिया की टीम का पहली बार टी20 प्रारूप का विश्वकप जीतना शामिल रहा। इस दौरान एक चीज काफी समान रही कि ज्यादातर टीमों ने हर प्रारूप में अपने प्रदर्शन को बरकरार रखा। इसी के चलते 2021 के आखिरी दिनों में फैन्स को सेंचुरियन में भारत की ऐतिहासिक जीत देखने को मिली तो वहीं पर एशेज में एक बार फिर से ऑस्ट्रेलिया का एकतरफा दबदबा दिखा, जिसमें उसने इंग्लैंड पर 3-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली।
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हालांकि 2022 की शुरुआत के साथ ही हवाओं का रुख भी बदल गया और फैन्स को क्रिकेट इतिहास के बड़े उलफेर देखने को मिले हैं। नये साल का पहला ही हफ्ता बीता है और फैन्स को अब तक 3 ऐसे नतीजे देखने को मिले हैं, जिसने सभी को हैरान कर दिया है। आइये एक नजर उन बड़े उलटफेर पर डालते हैं और उम्मीद करते हैं कि नये साल में यह उलटफेर का दौर ऐसे ही जारी रहे।
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बांग्लादेश ने पहली बार न्यूजीलैंड को उसी के घर में हराया
नये साल में क्रिकेट का बड़ा उलटफेर 4 जनवरी को आया जब न्यूजीलैंड दौरे पर पहुंची बांग्लादेश की टीम ने बे ओवल के मैदान पर खेले गये पहले टेस्ट मैच में न्यूजीलैंड की टीम को 8 विकेट से हराकर इतिहास रच दिया। न्यूजीलैंड की सरजमीं पर किसी भी प्रारूप में हासिल की गई यह बांग्लादेश की टीम की पहली जीत रही। न्यूजीलैंड की टीम ने इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए 358 रन का स्कोर खड़ा किया जिसमें डेवॉन कॉन्वे ने शतकीय पारी खेली। जवाब में बांग्लादेश की टीम ने महमदुल हसन जोय (78), शंटो (64), लिटन दास (86) और मोमिनुल हक (88) की अर्धशतकीय पारियों के दम पर 458 रनों का स्कोर खड़ा कर दिया। इस पारी में मेंहदी हसन ने भी 47 रनों का योगदान दिया।
बल्लेबाजी में शानदार प्रदर्शन करने के बाद बांग्लादेश के गेंदबाजों ने कीवी बैटिंग को दूसरी पारी में धराशायी कर दिया और इबादत हुसैन के 6 विकेट हॉल के दम पर न्यूजीलैंड की टीम को 169 रन पर समेट दिया। पहली पारी में मिली बढ़त के दम पर बांग्लादेश को जीत के लिये सिर्फ 6 रन की दरकार थी, जिसे उसने 2 विकेट खोकर आसानी से हासिल कर लिया। बांग्लादेश की इस ऐतिहासिक जीत के लिये मुश्फिकुर रहीम ने चौका मारा था।
जोहान्सबर्ग में पहली बार हारा भारत
बांग्लादेश के इतिहास रचने के एक दिन बाद ही क्रिकेट जगत का दूसरा उलटफेर देखने को मिला, जब जोहान्सबर्ग के मैदान पर साउथ अफ्रीका की टीम ने पहली बार 240 रनों के लक्ष्य को हासिल करते हुए इस मैदान पर भारत के खिलाफ जीत हासिल की। साउथ अफ्रीका की टीम के लिये उसके कप्तान डीन एल्गर ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए नाबाद 96 रनों की पारी खेली और भारत को वापसी करने से रोका। भारतीय टीम ने इस मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी की लेकिन सिर्फ 202 रन ही बना सके। जवाब में शार्दुल ठाकुर ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 7 विकेट हासिल किये और साउथ अफ्रीका की टीम को 229 रन पर समेट दिया। दूसरी पारी में भारतीय बल्लेबाजों ने फिर से निराश किया लेकिन इसके बावजूद टीम ने 240 रनों का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखा, जिसे साउथ अफ्रीका की टीम ने 3 विकेट खोकर हासिल कर लिया और जोहान्सबर्ग में भारत के खिलाफ पहली बार जीत हासिल की। इस मैदान पर भारत ने इससे पहले 5 मैच खेले थे और कभी भी नहीं हारा था लेकिन नये साल के साथ इतिहास भी बदल गया।
एशेज में चौथी हार से बचा इंग्लैंड, आखिरी गेंद पर मैच बचाया
नये साल में तीसरा चौंकाने वाला नतीजा एशेज से देखने को मिला जहां पर 3 जीत के साथ अजेय बढ़त हासिल कर चुकी ऑस्ट्रेलिया की टीम चौथी जीत की तरफ बढ़ रही थी लेकिन इंग्लैंड के लिये बेन स्टोक्स और जॉनी बेयरस्टो की जुझारू बल्लेबाजी ने उसे हार से बचाया और सिडनी के मैदान पर एक रोमांचक ड्रॉ देखने को मिला। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलिया की टीम ने स्टीव स्मिथ (67) और उस्मान ख्वाजा (137) की दमदार पारियों के दम पर 416 रन बनाये और पारी घोषित कर दी। जवाब में इंग्लैंड की टीम ने महज 36 रन पर अपने 4 विकेट खो दिये थे लेकिन जॉनी बेयरस्टो (113) ने 37 महीने बाद शतक ठोंक कर पारी को संभाला और बेन स्टोक्स (66) के साथ शतकीय साझेदारी कर डाली। बेयरस्टो-स्टोक्स के दम पर इंग्लैंड फॉलो ऑन बचाने में कामयाब रही और 294 पर सिमट गई।
ऑस्ट्रेलिया की टीम ने दूसरी पारी में खराब शुरुआत की थी लेकिन 28 महीने बाद कंगारू टीम में वापसी कर रहे उस्मान ख्वाजा ने दूसरी पारी में भी शतक (101) ठोंक दिया और ऑस्ट्रेलिया ने 265 रन के स्कोर पर पारी घोषित कर दी। पहली पारी में मिली 122 रनों की बढ़त के चलते ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड के सामने चौथी पारी में 385 रनों का लक्ष्य रखा। एशेज में इंग्लैंड के लिये अब तक फेल रहे सलामी बल्लेबाजों ने इस मैच में संभली हुई शुरुआत की और जैक क्राउली (74) के दम पर 4 विकेट खोकर 156 रन बना लिये। इंग्लैंड की टीम एक बार फिर मुश्किलों में नजर आ रही थी लेकिन पीठ की चोट से जूझ रहे बेन स्टोक्स (60) ने दूसरी पारी में भी अर्धशतक ठोंक लड़ाई को जारी रखा। पांचवे दिन के अंत में ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिये बस एक विकेट की दरकार थी लेकिन जेम्स एंडरसन ने आखिरी 6 गेंदों का सामना कर मैच को ड्रॉ करा दिया।