विश्वकप में भारतीय टीम से कहां हुई चूक, आकाश चोपड़ा ने एक-एक करके गिनाई गलतियां
Akash Chopra Mistakes of India in world cup: आकाश चोपड़ा ने कहा कि एशिया कप और विश्वकप के तार जुड़े हुए थे। एशिया कप में भारत ने एक अच्छा मैच खेला था, पाकिस्तान को उद्घाटन मैच में हराया था, इसके बाद भारत श्रीलंका से हारा और पाकिस्तान से हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गया था। इसी तरह से अगर विश्वकप की बात करें तो भारत ने पाकिस्तान को हराया, उसके बाद दक्षिण अफ्रीका से हारे, बांग्लादेश को भारत ने जरूर हराया लेकिन इंग्लैंड से हारकर विश्वकप से बाहर हो गया। बांग्लादेश के मैच को काफी गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है क्योंकि वह पहली बार सुपर-12 में आकर कोई मैच जीती है।
असल मुकाबले में हारे
भारत का इस विश्वकप में असली मुकाबला पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड से था, जिसमे से हम दो मैच हार गए और सिर्फ एक मैच जीते। अगर गड़बड़ी की बात करें तो मेरे विचार से प्लानिंग में दिक्कत हुई। इस समय जब भारत को इंग्लैंड के खिलाफ मैच की बारी थी तो भारत को अपनी पूरी तैयारी दिखानी चाहिए थी। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत की टीम को बल्लेबाजी से दबाव डालना था, यह 200 वाला पिच था, लेकिन हम 168 पर रुक गए। सारे विश्वकप को छोड़े और इंग्लैंड के मैच की बात करें तो भारत अपना दबदबा नहीं दिखा सका।
डीके-पंत में कंफ्यूज टीम
सेलेक्शन
को
लेकर
आकाश
चोपड़ा
ने
कहा
कि
ऋषभ
पंत
और
दिनेश
कार्तिक
को
लेकर
टीम
दुविधा
में
रही।
एशिया
कप
में
ही
टीम
को
यह
तय
कर
लेना
चाहिए
था
कि
किसे
खिलाना
है।
एशिया
कप
में
अगर
यह
तय
नहीं
हुआ
तो
उसके
बाद
दो
द्वीपक्षीय
सीरीज
हुई,
ऑस्ट्रेलिया
18
दिन
पहले
पहुंचे
कई
प्रैक्टिस
मैच
खेले,
लेकिन
इसके
बाद
भी
टीम
को
यह
पता
नहीं
चल
सका
कि
पंत
और
डीके
में
से
किसे
खिलाना
है।
लेकिन
आपको
कुछ
भी
पता
नहीं
चला।
अगर
आपने
उन्हें
खिलाया
था
तो
उन्हें
चौथे
नंबर
पर
भेजना
चाहिए
था
जब
लेग
स्पिनर
गेंदबाजी
कर
रहे
थे।
7
ओवर
में
इंग्लैंड
के
स्पिनर
ने
41
रन
दिए।
इसके
बाद
भी
अश्विन
को
बल्लेबाजी
के
लिए
भेजा
गया
ना
कि
अक्षर
पटेल
को।
यूजी चहल को नहीं खिलाना हैरानी
आकाश चोपड़ा ने कहा कि अक्षर को अगर बैटिंग नहीं करानी है तो क्या फायदा, उनकी जगह यूजी चहल को खिलाना चाहिए था। उन्हें पिछले विश्वकप में भी उन्हें आपने नहीं खिलाया। हर टीम के पास लेग स्पिनर है, लेकिन हमने खिलाया ही नहीं। हसरंगा, शादाब, राशिद खान, जैंपा सभी लेग स्पिनर ने अच्छा किया लेकिन आपने चहल को खिलाया ही नहीं। आपका लेग स्पिनर बेंच पर बैठा रह गया।
टीम में अजीबोगरीब चयन
हर्षल पटेल के चयन पर भी सवाल खड़े होने चाहिए। अगर वह टीम का हिस्सा थे तो क्या आपके दिमाग में कभी नहीं आया कि उन्हें खिलाना चाहिए था। अगर अक्षर अच्छा नहीं कर रहे थे तो आपको हर्षल को उनकी जगह खिलाना चाहिए था ये नहीं तो अश्विन की जगह आप चहल को खिला लेते, आपकी बैटिंग भी पूरी हो जाती, लेकिन आपने ये सब कुछ नहीं किया। आपको तो हर्षल पर आत्मविश्वास नहीं था।
हर्षल और दीपक हुड्डा को नहीं मिला मौका
आपने चहल, हर्षल को खिलाया नहीं, लिहाजा आप सिर्फ 13 लोगों के साथ खेले, उसमे से भी दीपक हुड्डा को जब आप खिलाते हो तो आप उन्हें गेंदबाजी नहीं देते, पंत को जब आप खिलाते हो तो उसे बल्लेबाजी नहीं देते है, यह तो हैरानी वाली बात है। मोहम्मद शमी को आपने एक साल तक खिलाया ही नहीं और वह आपकी टीम का हिस्सा ही नहीं थे लेकिन अंत में आप उन्हें बुला लेते हैं।