2018 में प्राकृतिक आपदाओं, सड़क दुर्घटनाओं ने हिमाचल को खूब रुलाया
Shimla news, शिमला। अपनी खूबसूरती के लिये मशहूर देवभूमि हिमाचल प्रदेश के लिए साल 2018 मायूसी भरा ही रहा। प्रकृतिक आपदा से प्रदेश में कई बढ़ी घटनाएं घटी। जिससे प्रदेश की सड़कें व आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित रहा। खराब मौसम के चलते पर्यटकों की आमद में कमी देखी गई।
इस बार बरसात के दौरान भारी बारिश से प्रदेश के कई इलाकों में बाढ़ आई, भारी भूस्खलन, बादल फटने की घटनाओं ने लोगों को मुसीबत में डाले रखा। बदहाल सड़कों ने कई लोगों की जिंदगी छीन ली। वहीं गर्मियों में पानी की भारी किल्लत देखी गई, जिसका नतीजा यह हुआ कि प्रदेश सरकार को पर्यटकों को आकर्षित करने के लिये हर साल एक से पांच जून के बीच होने वाला प्रतिष्ठित शिमला समर फेस्टिवल ऐन वक्त पर रद्द करना पड़ा।
बीते साल में सोलन जिला के पर्यटक स्थल कसौली में अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान दिन दहाड़े कर्मचारियों की गोली मारकर हत्या के मामले में खासा सुर्खियों में रहा। अप्रैल माह में कांगड़ा जिला के नूरपूर में सड़क हादसे में 26 स्कूली छात्रों की मौत ने कभी न भूलने वाला जख्म दे दिया। इसके अलावा कांगड़ा में विमान दुर्घटना में पायलट की मौत ने भी लोगों को गमगीन किया।