अनंतनाग हमले में शहीद हुए शामली के सत्येंद्र, पिता ने कही यह बात
शामली। जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में बुधवार को हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के पांच जवान शहीद हो गए थे। शहीद जवानों में यूपी के शामली जिले का सत्येंद्र कुमार भी है। सत्येंद्र के शहीद होने की खबर मिलते ही गांव किवाना में कोहराम मच गया। शहीद सत्येंद्र का पार्थिव शरीर आज उनक पैतृक आवास पर पहुंचेगा। बेटे के शहीद होने की खबर से घर में एक तरफ जहां कोहराम मच गया वहीं शहीद के पिता को अपने बेटे की शहादत पर गर्व है।
अनंतनाग में दिया था आतंकियों ने बड़े हमले को अंजाम
बुधवार को जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में आतंकवादियों ने सीआरपीएफ की टीम पर बड़े हमले को अंजाम दिया था। अनंतनाग में बस स्टैंड के पास हुए इस हमले में सीआरपीएफ के पांच जवान शहीद हो गए थे। इस हमले में जम्मू-कश्मीर पुलिस के एसएचओ भी घायल हुए थे। उनका इलाज अस्पताल में चल रहा है। जानकारी के मुताबिक, जवाबी कार्रवाई में एक आतंकी भी मारा गया था। अधिकारियों ने बताया कि कम से कम दो आतंकियों ने केपी रोड पर CRPF के काफिले पर ऑटोमेटिक राइफलों से अंधाधुंध गोलियां बरसाईं और फिर ग्रेनेड फेंके गए थे।
2010 में हुआ था भर्ती
सत्येंद्र 2010 में सीआरपीएफ में भर्ती हुआ था। सत्येंद्र के पिता मुन्नी राम मजदूरी करते हैं। सत्येंद्र के दो भाई और 2 बहनें जिनमें से एक भाई एक बहन अविवाहित हैं। परिवार मजदूरी पेशा है। सत्येंद्र होली पर 10 मार्च को 20 दिन की छुट्टी आया था और 30 को वापस चला गया था। परिजनों के अनुसार बुधवार देर रात सत्येंद्र के एक साथी जो बागपत जनपद का रहने वाला है उसकी पोस्टिंग भी जम्मू कश्मीर में है के माध्यम से सत्येंद्र को आतंकवादी हमले में गोली लगने की सूचना मिली।
पिता ने कही ये बात
सत्येंद्र के पीछे उसका भरा पूरा परिवार है, सत्येंद्र के दो बच्चे हैं एक 4 वर्ष का बेटा दीपांशु वे दूसरा 2 वर्ष का बेटा वाशु। सत्येंद्र के पिता मनीराम के परिजनों ने सरकार से मांग की है कि अब बहुत हो चुका अब इस आतंकवाद का खात्मा होना चाहिए। आज हमारा बेटा शहीद हुआ है, कल किसी और मां का बेटा शहीद ना हो इसके लिए सरकार को आतंकवाद के विरुद्ध सख्त कदम उठाने चाहिए। शहीद के भाई का कहना है कि वह भी सेना में भर्ती होना चाहता है और देश के काम आना चाहता है।