भजन गायक अजय पाठक के पूरे परिवार के मर्डर का खुलासा, टैटू से पकड़े गए कातिल ने बताई वजह
शामली। 31 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त भजन गायक अजय पाठक, उनकी पत्नी, बेटी और बेटे की निर्मम हत्या का पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। पुलिस ने भजन गायक अजय पाठक के शिष्य हिमांशु को गिरफ्तार किया है। हिमांशु के पास से पुलिस ने आलाकत्ल, तीन मोबाइल फोन भी बरामद किए है। पुलिस की मानें तो आरोपी हिमांशु भजन गायक अजय पाठक के 10 साल के बेटे भागवत के शव को ठिकाने लगाने जा रहे थे। इस दौरान आरोपी की तस्वीर टोल टैक्स पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। बता दें कि पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और हाथ पर बने टैटू के आधार पर हिमांशु को गिरफ्तार कर लिया।
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अजय पाठक को 31 दिसंबर को जाना था करनाल
शामली जिले के आदर्श मंडी थाना क्षेत्र के पंजाबी कॉलोनी निवासी अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त भजन गायक अजय पाठक (42), पत्नी स्नेहा पाठक (36) बेटी वसुंधरा पाठक (15) और बेटे भागवत (10) के साथ रहते थे। पुलिस के अनुसार, अजय पाठक परिवार समेत ऊपरी मंजिल पर रहते थे। नीचे की तरफ उनके चाचा दर्शनलाल रहते हैं। अजय पाठक को परिवार के साथ मंगलवार सुबह 5 बजे करनाल किसी कार्यक्रम में जाना था। लेकिन शाम 4 बजे अजय पाठक का दरवाजा खुला था और घर से गाड़ी गायब थी। मोहल्ले व अन्य परिजनों ने देखा कि घर खुला है। तब मकान के अंदर पहुंचे लोगों ने देखा कि मकान के अंदर कटी-फटी अवस्था में अजय पाठक, स्नेहा पाठक के अलावा उनकी बेटी वसुंधरा पाठक की लाश छीन्न-भिन्न अवस्था में पड़ी है। घर का सामान भी बिखरा हुआ था। घर की अलमारियां खाली थीं और घर से अजय पाठक का 10 वर्षीय बेटा व गाड़ी इको स्पोर्ट भी गायब थी। घटना की सूचना पुलिस को दी गई।
10 साल के बेटे का पानीपत में मिला शव
सूचना मिलते ही पुलिस और फॉरेंसिक विभाग की टीम मौके पहुंच गई और घटना स्थल का निरीक्षण किया। फॉरेंसिक विभाग ने मौका-ए-वारदात से साक्ष्यों को अपने कब्जे में लेकर तीन शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। वहीं, घटना की जानकारी मिलते ही एसपी विनीत जायसवाल, जिलाधिकारी अखिलेश सिंह और डीआइजी उपेंद्र अग्रवाल ने मौके पर जाकर घटना स्थल की निरीक्षण किया। बता दें कि अजय पाठक के बेटे भागवत का गायब होना पुलिस के लिए सबसे बड़ा सिरदर्द बना हुआ था और पुलिस उसे सकुशल बरामद करने के लिए उसकी तलाश में जुटी थी। तभी उसे जानकारी मिली कि हरियाणा के पानीपत में एक इको कार में एक बच्चे का अधजला शव मिला है। पुलिस अजय पाठक के परिजनों के साथ मौके पर पहुंची तो मृतक बच्चे की शिनाख्त अजय पाठक ने अगवा बेटे भागवत के रूप में हुई। पूरे परिवार की निर्मम हत्या के बाद सभी सकते में हैं।
पुलिस की कई टीमें लगी थी गिरफ्तारी के लिए
शामली एसपी की मानें तो हिमांशु ने अपने साथियों के साथ अजय पाठक (42), पत्नी स्नेहा पाठक (36) बेटी वसुंधरा पाठक (15) की धारदार हथियार से काटकर हत्या कर दी। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी अजय पाठक के 10 साल के बेटे भागवत और इको कार को लेकर फरार हो गया था। एसपी शामली ने इस हत्याकांड का खुलासा करने और भागवत को सकुशल बरामद करने के लिए पुलिस की कई टीमें लगाई थी। लेकिन आरोपी पुलिस को चकमा देकर पानीपत पहुंच गया। हिमांशु ने टोल प्लाजा के करीब 10 साल के भागवत की हत्या कर शव को कार के अंदर रखकर दिया और कार पर पेट्रोल छिड़कर आग लगा दी।
हाथ पर बने टैटू से पकड़ा गया हिमांशु
शामली पुलिस को जानकारी मिली कि हरियाणा के पानीपत में एक इको कार में एक बच्चे का अधजला शव मिला है। पुलिस अजय पाठक के परिजनों के साथ मौके पर पहुंची तो मृतक बच्चे की शिनाख्त अजय पाठक ने अगवा बेटे भागवत के रूप में हुई थी। पुलिस ने वहां लगे टोल प्लाज के सीसीटीवी फुटेज को चैक किया तो हाथ पर टैटू बने एक युवक इको कार में दिखाई दिया। पुलिस ने टैटू के आधार पर भजन गायक अजय पाठक के शिष्य हिमांशु को हरियाणा के पानीपत के सेक्टर-13 से पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी के पास से आलाकत्ल, तीन मोबाइल फोन बरामद किए है।
हिमांशु ने बताई हत्या की वजह
एसपी विनीत जायसवाल ने मीडिया को बताया कि हत्या के पीछे रुपयों को लेकर लेनदेन का मामला सामने आया है। पूछताछ में हिमांशु ने पुलिस को बताया कि अजय पाठक के यहां कमेटी डाल रखी थी, जिसके पैसों को हिमांशु मांग रहा था और 30 दिसंबर को अपने पैसों के लेने के लिए वह अजय के घर गया था। दोनों ने साथ में खाना खाया। उसके बाद हिमांशु ने अपनी मजबूरी बताते हुए अजय पाठक से अपने पैसों की मांग की, जिसको लेकर दोनों के बीच में विवाद हो गया। इस दौरान अजय ने हिमांशु को दो-तीन थप्पड़ जड़ दिए, जिसके बाद उसने अजय पाठक को परिवार समेत खत्म करने की ठान ली।
महराज जी ने मुझे बुलाया था घर
हिमांशु ने पुलिस को बताया कि महराज जी (अजय पाठक) ने रुपए देने का वादा किया और घर बुलाया था, लेकिन रुपए देने से इनकार कर दिया। महराज जी ने मुझे थप्पड़ मारे और भला-बुरा का था। जिसके बाद इस घटना को अंजाम दिया। हिमांशु ने बताया कि महराज जी (अजय पाठक), पत्नी स्नेहा पाठक (36) बेटी वसुंधरा पाठक (15) और बेटे भागवत (10) को धारदार हथियार से हमला कर सभी को मौत के घाट उतार दिया। हत्यारोपी ने बताया कि सभी को गाडी में ले जाने का इरादा था, लेकिन दिन निकलने के कारण बस भागवत को ही लेकर चला गया।
ताला लगाने के लिए वापस आया था हिमांशु
बता दें कि हिमांशु घटना को अंजाम देने के बाद पानीपत चल गया और भागवत को कार के अंदर जलाने के बाद वापस शामली आया था। हिमांशु ने बताया कि घर में ताला लगाने के लिए वह वापस भी आया था। मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए हिमांशु ने कहा, ' मुझे पछतावा है, महराज जी मेरे पिता समान थे।'
हिमांशु के ऊपर था काफी कर्ज
एसपी विनीत जायसवाल ने मीडिया को बताया कि हिमांशु की माली हालत अच्छी नहीं थी, इसके ऊपर काफी लोगों का कर्ज था। एसपी ने बताया कि एक बैंक का भी हिमांशु पर पांच लाख रुपए का कर्ज था। जिसके वजह से हिमांशु तनाव ग्रस्त था। उन्होंने बताया कि घटना वाली रात भी इसे भला-बुरा कहा गया था, जिस वजह से इसने हत्या की योजना बनाई और घटना को अंजाम दिया।
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