Shahdol News: लाशें उगल रही कोयला खदान, अब तक 7 शव बरामद, कबाड़ चोरी करने घुसे थे युवक
कोयला खदान लंबे समय से बंद है। चोरों का एक गिरोह यहां कबाड़ और लोहा चुराने गया था लेकिन उनमें से 7 की मौत हो गई।
शहडोल के धनपुरी में पांच घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद एसईसीएल की रेस्क्यू टीम को आखिरकार सफलता मिल ही गई। और इससे पुलिस की आशंका भी पक्की हो गई। शनिवार की शाम करीब साढ़े सात बजे उक्त खदान से तीन शव निकाले गए। इसके साथ ही अब बंद हो चुकी यूजी माइंस में मरने वालों की संख्या सात हो गई है।
चारों के शव 26-27 जनवरी की रात को ही रेस्क्यू कर बरामद कर लिए गए थे। उसके बाद पुलिस को पता चला कि उसी रात तीन अन्य युवक भी उसी खदान के दूसरे छोर से कबाड़ की तलाश में उसी खदान में घुसे थे। जो घटना तिथि से गायब है। जिसमें एक युवक अमलाई और दो चचाई थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं। उसकी गुमशुदगी की शिकायत भी संबंधित थाने में दर्ज कराई गई थी। फिलहाल पुलिस इस घटना को लेकर आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है।
दरअसल, 26 जनवरी की रात 8 लोग कबाड़ चोरी करने के इरादे से बंद खदान में घुसे थे। सुरंग में एक छोर से 4 लोग घुसे, जबकि दूसरे छोर से 3 लोग घुसे, वही सुरंग के बाहर 1 रेकी कर रहा था। शुक्रवार को हादसे में चार लोगों की मौत की जानकारी सामने आई थी, अगले दिन तीन लोगों को मृत हालत में रेस्क्यू कर टनल से निकाला गया था। इस हादसे में मरने वालों की संख्या अब बढ़कर सात हो गई है, हालांकि इस घटना में एक शख्स की जान बच गई।
इस घटना को देख जिला प्रशासन और पुलिस की नींद उड़ गई। 7 लोगों की जान गंवाकर वाहवाही लूटने वाले कबाड़ व्यवसायियों के खिलाफ कार्रवाई कर पुलिस कोरम पूरा कर रही है। पिछले कई महीनों से कबाड़ का काला धंधा फल-फूल रहा है। लेकिन पुलिस ने इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया। जिसकी कीमत सात परिवारों को चुकानी पड़ी।
हालांकि इस घटना के बाद पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारी और एक एएसआई को लाइन अटैच कर दिया। दूसरी ओर कोयला खदानों के खिलाफ भी सुरक्षा में चूक का मामला दर्ज किया गया है।
इस घटना के बाद से हर कोई सदमे में है। देखना यह होगा कि क्या वर्तमान जिला प्रशासन व पुलिस अधिकारी इस तरह के अवैध धंधे पर पूर्ण विराम लगा पाएंगे या इस घटना को भुलाकर औपचारिक कार्रवाई करते रहेंगे।
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