झारखंड चुनाव नतीजे: चौंकाने वाले फैसले, बड़े-बड़ों की हार
रांची। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लहर एक बार फिर से विरोधियों को उड़ाने में कामयाब हो गई। झारखंड चुनाव नतीजों से तो यही साफ होता है कि मोदी की लहर सुनामी बनकर कांग्रेस और जेएमएम पर बरसी है। मोदी के झारखंड में ताबड़तोड़ चुनाव प्रचार ने भाजपा के लिए झारखंड़ में नया इतिहास बनाने जा रही है। भाजपा झारखंड में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने जा रही है। झारखंड ने 14 सालों के बाद किसी एक पार्टी को स्पष्ट बहुमत दिया है।
चुनाव के नतीजे जहां भाजपा के लिए सौगात है तो वहीं इन नतीजों से हमे कई चौकाने वाले फैसले भी दिए। जनता ने कई दिग्गजों को धराशाही कर दिया। आपको दिखाते है झारखंड की जनता के फैसले ने किन दिग्गजों को चारों-खाने चित कर रख दिया। तस्वीरों में देखिए झारखंड में चौकाने वाले फैसले जिन्होंने बड़े-बड़ों का डब्बा किया गुल।
सबसे बड़ी हार
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा खरसवां विधानसभा सीट से चुनाव हार गए हैं। मुंडा को झामुमो के दशरथ गगराई ने 9000 मतों से पराजित किया है। मुंडा इस सीट से पहली बार 1995 में झामुमो से विधायक निर्वाचित हुए थे। इसके बाद उन्होंने पार्टी बदल दी। 2000 से 2009 तक तीन बार वो इसी सीट से भाजपा से विधायक रहे। आपको बता दें कि अर्जुन मुंडा तीन बार झारखंड के मुख्यमंत्री रह चुके हैं।
पूर्व डिप्टी सीएम की हार
झारखंड के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आजसू पार्टी के प्रमुख सुदेश कुमार महतो सिल्ली सीट से चुनाव हार गए । झामुमो के अमित महतो ने उन्हें पराजित किया है। महतो सिल्ली से तीन बार लगातार विधायक रहे हैं। पहली बार 2000 में यूजीडीपी से चुनाव जीते थे। 2005 और 09 में आजसू पार्टी से जीत हासिल हुई थी।
बड़े-बड़ों की हार
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झाविमो अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी गिरिडीह और धनवार, दोनों ही सीटों से चुनाव हार गए हैं। मरांडी गिरिडीह में तीसरे और धनवार में दूसरे स्थान पर रहे। गिरिडीह में भाजपा के निर्भय शाहाबादी और झामुमो के सुदिव्य कुमार के बीच मुख्य मुकाबला हुआ।
सीएम की भी हार
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन दुमका सीट से चुनाव हार गए हैं, जबकि उन्होंने बरहेट सीट से सफलता हासिल की है। सोरेन पिछली बार दुमका सीट चुनाव जीते थे। भाजपा की लुईस मरांडी ने सोरेन को हराया है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की भी हार
झारखंड के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखदेव भगत लोहरदगा से चुनाव हार गए । आजसू पार्टी के कमल किशोर भगत ने उन्हें पराजित किया। सुखदेव भगत 2005 में यहां निर्वाचित हुए थे।
मोदी के आंधी से सब साफ
बेरमो से कांग्रेस के प्रत्याशी और राज्य के वित्तमंत्री राजेन्द्र प्रसाद सिंह चुनाव हार गए । उन्हें भाजपा के योगेश्वर महतो ने पराजित किया है।
मोदी लहर भी नहीं दिला पाई जीत
लिट्टीपाड़ा में भाजपा प्रत्याशी और पूर्व मंत्री साइमन मरांडी चुनाव हार गए । उन्हें झामुमो के डॉ अनिल मुर्मू ने 14 हजार वोटों से पराजित किया है।