झारखंड में ब्लैक फंगस के चलते अब तक 4 लोगों की मौत, 16 मरीजों का चल रहा इलाज
रांची। देश के अन्य राज्यों के बाद झारखंड में भी ब्लैक फंगस (म्यूकरमाइकोसिस) को महामारी घोषित करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग ने जो प्रस्ताव की फाइल बनाई है, उसे सीएम हेमंत सोरेन के पास भेज दी गई है। बता दें कि झारखंड में अभी तक ब्लैक फंगस से चार लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 16 मरीजों का इलाज चल रहा है, जिनमें से 10 रांची के रिम्स में भर्ती हैं। जबकि मेडिका अस्पताल रांची में 4 और टीएमएच जमशेदपुर में 2 मरीजों का इलाज चल रहा है।
बता दें कि केंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को ब्लैक फंगस (म्यूकॉरमाइकोसिस) पर जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए है। इसमें कहा गया है कि ब्लैक फंगस को महामारी रोग अधिनियम-1897 के तहत अधिसूचित बीमारी माना जाए। राज्य और केंद्र शासित प्रदेश इस बीमारी के सभी मामलों की सूचना केंद्र सरकार को दें।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने राज्यों और केंद शासित प्रदेशों को चिट्ठी लिखी है। इसमें लिखा है कि ब्लैक फंगस से मरीज लंबी बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। इससे मौतें भी बढ़ रही हैं। कई राज्यों में कोरोना मरीजों में ब्लैक फंगस नई चुनौती बनकर उभरा है। यह बीमारी ऐसे कोरोना मरीजों में ज्यादा दिख रही है, जिन्हें स्टेरॉइड पद्धति से इलाज मिला है या जिनके शरीर में शुगर लेवल अनियंत्रित है।
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महामारी घोषित करने से ब्लैक फंगस मामलों की होगी मॉनिटरिंग
महामारी घोषित हो जाने के बाद सभी सरकारी, निजी स्वास्थ्य केंद्रों, मेडिकल कॉलेजों को ब्लैक फंगस की स्क्रीनिंग, डायग्नोसिस और मैनेजमेंट के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय और आईसीएमआर की ओर से जारी गाइडलाइंस का पालन करना होगा। ये सभी संस्थान केसों की जानकारी जिला स्तर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी के जरिए चिकित्सा विभाग को देंगे। इसके बाद इन्हें इंटिग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रॉजेक्ट सर्विलांस सिस्टम में अपडेट किया जाएगा।