राजस्थान : गांव खजवाना में गोवंश के लिए 70 ट्रैक्टर लेकर पहुंचे ग्रामीण, 1375 बीघा की जुताई कर उगाएंगे चारा
नागौर, 28 मई। राजस्थान के नागौर जिले के गांव खजवाना गोवंश के लिए चारे के मामले में आत्मनिर्भर बनने जा रहा है। सब कुछ ग्रामीणों की योजनानुसार हुआ तो यहां 700 से ज्यादा गायों के सामने चारे का संकट नहीं रहेगा।
गांव खजवाना में 700 से ज्यादा गायें
दरअसल, गांव खजवाना में 1994 से गोशाला का संचालन हो रही है। गांव में गोशाला समेत आवारा गोवंश की संख्या 700 से ज्यादा है। गायों के लिए चारे का संकट दूर के लिए ग्रामीणों ने गांव की 1375 बीघा गोचर भूमि में चारा उगाने का फैसला लिया है।
गांव के हर घर ने की मदद
यह काम ग्रामीणों के सहयोग बिना संभव नहीं था। ऐसे में गांव के हर व्यक्ति ने इसमें मदद की। किसी ने गोचर भूमि में झाड़ियां साफ काटी और गांव के 70 लोग अपना-अपना ट्रैक्टर लेकर गोचर भूमि में पहुंच गए।
1375 में से 650 बीघा जमीन में चारे की जुताई कर दी
बुधवार को ग्रामीणों ने मिलकर 1375 में से 650 बीघा जमीन में चारे की जुताई कर दी। उम्मीद है कि इस बार समय पर मानसून आएगा और गांव खजवाना की इस गोचर भूमि में प्रचूर मात्रा में चारा उपलब्ध हो सकेगा।
एक हजार बीघा गोचर भूमि में सेवण घास उगाई
बता दें कि पिछले साल खजवाना के लोगों की तरह का कदम जोधपुर के गांव रायमलवाड़ा के लोग भी उठा चुके हैं। जोधपुर से अस्सी किलोमीटर दूर स्थित गांव रायमलवाड़ा के लोगों ने गोवंश के लिए चार का संकट दूर करने के खातिर गांव की एक हजार बीघा गोचर भूमि में सेवण घास उगाई है। शुरुआत बीस बीघा से की थी।
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