रामदास अठावले बोले, राम मंदिर और बाबरी मस्जिद से पहले अयोध्या में था बौद्ध मंदिर
जयपुर। राम मंदिर राजनीति के बीच केंद्रीय मंत्री के एक बयान से अब एक नई बहस छिड़ती नजर आ रही है। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास अठावले ने कहा है कि अयोध्या में पहले राम मंदिर नहीं थी, बल्कि बौद्ध मंदिर था। उन्होंने यह भी दावा किया कि संबंधित जमीन की खुदाई की जाए, तो बौद्ध मंदिर के अवशेष मिल सकते हैं।
जयपुर आए अठावले ने मीडिया से बातचीत में कहा कि अयोध्या में पहले बोद्ध मंदिर था, जिसे हिन्दुओं ने तोड़कर राम मंदिर बना दिया। इसके बाद मुगल आए और उन्होंने राम मंदिर की जगह बाबरी मस्जिद बना दी। उन्होंने राम मंदिर मुद्दा सुलझाने के लिए एक सुझाव भी दिया कि इस विवादित 60 एकड़ जमीन पर राम मंदिर और बाबरी मस्जिद दोनों ही बना देने चाहिए। इस भूमि पर 40 एकड़ में राम मंदिर बना देना चाहिए और बची 20 पर बाबरी मस्जिद। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि फिलहाल राम मंदिर मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है।
पेट्रोल-डीजल
दरें
मुझे
परेशान
नहीं
करतीं,
मैं
तो
मंत्री
हूं
देश
में
लगातार
बढ़ती
पेट्रोल
डीजल
की
दरों
को
लेकर
उन्होंने
कहा
कि
मंत्री
होने
के
नाते
मुझे
तो
फोकट
में
पेट्रोल
डीजल
मिलता
है।
तेल
के
बढ़ते
दाम
इसलिए
मुझे
परेशान
नहीं
करते।
हालांकि
जब
मंत्री
पद
चला
जाएगा,
तब
तो
परेशानी
होगी
ही।
उन्होंने
भी
माना
कि
पेट्रोल-डीजल
के
दामों
में
सरकार
को
कमी
करनी
चाहिए।
राज्य
सरकारों
के
वैट
घटाने
चाहिए।
सरकार
बढ़ते
दामों
पर
अंकुश
लगाने
के
लिए
गम्भीरता
से
विचार
कर
रही
है।
राजस्थान
में
करेंगे
पार्टी
का
विस्तार
अठावले
ने
कहा
कि
रिपब्लिकन
पार्टी
ऑफ
इंडिया
ए
के
अध्यक्ष
होने
के
नाते
वे
राजस्थान
में
भी
उनकी
पार्टी
का
विस्तार
चाहते
हैं।
उन्होंने
कहा
कि
अलगे
लोकसभा
चुनाव
में
वे
उनकी
पार्टी
के
लिए
भाजपा
से
आठ
से
दस
सीटें
मांगेंगे।
इन
सीटों
पर
वे
अपने
प्रत्याशी
उतारेंगे।
इस
संबंध
में
प्रदेश
नेतृत्व
और
मुख्यमंत्री
से
भी
बातचीत
की
जाएगी।
हालांकि
उन्होंने
स्पष्ट
भी
किया
उनकी
पार्टी
भाजपा
को
कतई
नुकसान
नहीं
पहुंचाना
चाहती।