राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी के बागी नेता ने छोड़ी पार्टी, नए दल का ऐलान
जयपुर। राजस्थान में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं, इससे पहले भारतीय जनता पार्टी के बागी नेता और पूर्व मंत्री घनश्याम तिवारी ने पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया है। घनश्याम तिवारी राजस्थान की सीएम वसुंधरा राजे के विरोधी माने जाते हैं। बीजेपी छोड़ने के साथ ही घनश्याम तिवारी ने नई पार्टी का भी ऐलान कर दिया। घनश्याम तिवारी के बेटे अखिलेश तिवारी ने राजस्थान में 'भारत वाहिनी पार्टी' के नाम से अलग पार्टी बनाई है। अखिलेश ने इस मौके पर ऐलान किया कि उनकी 'भारत वाहिनी पार्टी' इस बार के राजस्थान विधानसभा चुनाव में उतरेगी।
घनश्याम तिवारी ने बीजेपी छोड़ी
नई पार्टी के ऐलान के साथ ही अखिलेश तिवारी ने कहा कि 'भारत वाहिनी पार्टी' उनके पिता घनश्याम तिवारी के नेतृत्व में इस बार के विधानसभा चुनाव में उतरेगी। चुनाव की पूरी बागडोर घनश्याम तिवारी संभालेंगे। साथ ही पार्टी प्रदेश की सभी 200 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी करेगी। अखिलेश तिवारी ने बताया ने कहा कि पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं की पहली बैठक 3 जुलाई को जयपुर में होगी। उन्होंने ऐलान किया कि इस बैठक में करीब 2000 कार्यकर्ता हिस्सा लेंगे। हर जिले से प्रमुख प्रतिनिधियों को इस बैठक के लिए आमंत्रित किया गया है।
वसुंधरा राजे के विरोधी खेमे के थे घनश्याम तिवारी
घनश्याम तिवारी जयपुर जिले से हैं। उन्होंने राजस्थान की 13वीं विधानसभा में विपक्ष के उपनेता की जिम्मेदारी संभाली थी और वर्तमान में वो सांगानेर विधानसभा सीट से विधायक हैं। उन्होंने 1980 में पहली बार सीकर से राजस्थान विधानसभा चुनाव जीता था। 1985 में वो फिर से विधानसभा के लिए चुने गए। 1993 के विधानसभा चुनाव में वो चोमू निर्वाचन क्षेत्र से निर्वाचित हुए। साल 2003 से वो लगातार सांगानेर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं और लगातार 3 बार से जीते भी हैं।
'भारत वाहिनी पार्टी' के नाम से बनाई नई पार्टी
2013 का विधानसभा चुनाव घनश्याम तिवारी ने 65350 मतों से जीता, उनकी ये जीत राजस्थान में सबसे अधिक मतों से जीत है। उन्हें बीजेपी की राष्ट्रीय अनुशासन समिति की ओर से 2017 में कारण बताओ नोटिस भेजा गया था। उन्हें ये नोटिस उनके उस बयान पर भेजा गया जिसमें उन्होंने राजस्थान बीजेपी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए थे।