शहीद श्योराम गुर्जर : 4 साल के बेटे ने दी चिता को मुखाग्नि, 9 माह की गर्भवती पत्नी की तबीयत बिगड़ी
Jhunjhunu News, झुंझुनूं। पुलवामा में 18 फरवरी की सुबह मुठभेड़ (Pulwama Encounter) में शहीद हुए राजस्थान के झुंझुनूं जिले के खेतड़ी के गांव टीबा बसई (Tiba Basai) निवासी शहीद श्योराम गुर्जर को मंगलवार को अंतिम विदाई दी गई। शहीद श्योराम की शवयात्रा में हजारों लोग उमड़े। आसमां श्योराम अमर रहे के जयकारों से गूंज उठा। चार साल के बेटे खुशांक ने उनकी चिता को मुखाग्नि दी तो हर कोई आंसू नहीं रोक पाया।
वीरांगना को करना पड़ा जयपुर रैफर
उल्लेखनीय है कि शहीद श्योराम गुर्जर (Shaheed Shyoram Gurjar) की वीरांगना सरिता देवी नौ माह की गर्भवती है। मंगलवार सुबह तक उसे पति की शहादत की सूचना नहीं दी गई थी। कुछ दिन पहले सरिता से श्योराम की मोबाइल पर बात हुई तब उसने बच्चे के जन्म पर घर आने का वादा किया था। मंगलवार को जैसे ही श्योराम गुर्जर तिरंगे में लिपटकर घर पहुंचे तो कोहराम मच गया। पति की शहादत पर गर्भवती पत्नी की तबीयत बिगड़ गई। उसे खेतड़ी के टीबा बसई गांव से जयपुर रैफर करना पड़ा है।
पहले से मौजूद थी चिकित्सकों की टीम
सरिता की डिलीवरी की डेट करीब दस दिन बाद की बताई जा रही है। ऐसे मौके पर उसकी तबीयत बिगड़ना स्वाभाविक था। इसलिए शहीद की पार्थिव देह घर पहुंचने से पहले गांव में गर्भवती वीरांगना के लिए चिकित्सकों की विशेष टीम भी तैनात कर दी गई थी। घर से शवयात्रा रवाना हुई तो वीरांगना की तबीयत बिगड़ गई थी।
बेटा
बोला-मैं
भी
पापा
की
तरह
फौजी
बनूंगा
मीडिया
रिपोर्टस
के
अनुसार
शहीद
श्योराम
गुर्जर
(Shyoram
Siradhana)
के
चार
वर्षीय
बेटे
ने
कहा
कि
उसके
पिता
बंदूक
चलाते
थे।
वह
भी
उनकी
तरह
फौजी
बनेगा
और
बंदूक
चलाएगा।