उदयपुर में नारायण सेवा संस्थान स्थापित करेगा वर्ल्ड ऑफ ह्यूमैनिटी सेंटर, जानिए इसकी खासियत
जयपुर। राजस्थान के चैरिटेबल ऑर्गनाइजेशन नारायण सेवा संस्थान (एनएसएस) ने अनूठी पहल के तहत उदयपुर में 'वर्ल्ड ऑफ ह्यूमैनिटी' (डब्ल्यूओएच) केंद्र स्थापित करने की घोषणा की है। 'वर्ल्ड ऑफ ह्यूमैनिटी' एक ऐसे मकसद को ध्यान में रखते हुए लॉन्च किया जा रहा है, जहां सभी के लिए एक स्वीकार्य समाज बनाने की पहल की जाएगी और जहां विभिन्न समस्याओं से जूझने वाले लोग निशुल्क लाभ प्राप्त कर सकते हैं। डब्ल्यूएचओ केंद्र लोगों को समाज में बेहतर स्थान बनाने के लिए कौशल प्रशिक्षण के साथ-साथ मुफ्त स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा प्रदान करेगा।
जानिए
क्या
कहते
हैं
आंकड़े
जनगणना
वर्ष
2011
के
आंकड़े
बताते
हैं
कि
देश
में
दृष्टिबाधित
लोगों
की
संख्या
10,634,881
है,
जबकि
1,640,868
लोग
ऐसे
हैं,
जो
'स्पीच
डिसेबिलिटी'
के
शिकार
हैं।
1,1,261,722
लोग
ऐसे
हैं,
जिनके
पास
सुनने
की
शक्ति
नहीं
है
और
6,105,477
लोग
चलने-फिरने
में
अक्षम
हैं।
बता
दें
कि
ए
नारायण
सेवा
संस्थान
दिव्यांग
और
अभावग्रस्त
जोड़ों
के
लिए
33वें
सामूहिक
विवाह
समारोह
का
भी
आयोजन
कर
रहा
है।
8
व
9
फरवरी
को
दिव्यांग
व
निर्धन
शाही
सामूहिक
विवाह
समारोह
एवं
भूमि
पूजन
होगा।
इन गतिविधियों का आयोजन
'वर्ल्ड ऑफ ह्यूमैनिटी' केंद्र में दिव्यांग लोगों को सशक्त बनाने के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। इनमें सामूहिक विवाह समारोह, नारायण दिव्यांग खेल अकादमी की ओर से गुणवत्ता बढ़ाने के लिए दिव्यांग प्रतिभा मंच, आदिवासी और ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा को बढ़ावा देने का प्रयास, वर्दी वितरण और दृश्य और श्रवण बाधित लोगों के लिए आवासीय विद्यालय, खाद्य वितरण, किराने का सामान और वस्त्र और कंबल जैसी गतिविधियां शामिल हैं।
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वर्ल्ड ऑफ ह्यूमैनिटी जैसे प्रयास ही समाधान
नारायण सेवा संस्थान के अध्यक्ष श्री प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि उद्योग के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2022 तक स्वास्थ्य सेवा उद्योग 372 बिलियन डॉलर का हो जाएगा। इधर, स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा तेजी से खर्चीले होते जा रहे हैं, ऐसी सूरत में 'वर्ल्ड ऑफ ह्यूमैनिटी' केंद्र जैसी कोशिशें ही एकमात्र समाधान हैं, जहां सब कुछ मुफ्त है।
तीन
साल
में
शुरू
होगा
सेंटर
बता
दें
कि
'वर्ल्ड
ऑफ
ह्यूमैनिटी'
सेंटर
3
साल
में
चालू
हो
जाएगा।
यहां
भोजन
और
कपड़ों
के
साथ
सहायक
शिक्षा
भी
निशुल्क
उपलब्ध
कराई
जाएगी।
साथ
ही
450
शैयाओं
वाले
अस्पताल
के
साथ
नारायण
सेवा
संस्थान
यहां
निशुल्क
निदान,
उपचार,
पोस्ट-ऑपरेटिव
देखभाल,
फार्मेसी
और
फिजियोथेरेपी
की
सेवाएं
भी
प्रदान
करेगा।
इसके
अलावा
'वर्ल्ड
ऑफ
ह्यूमैनिटी'
सेंटर
दिव्यांग
लोगों
को
रोजगार
के
काबिल
बनाने
के
लिए
कला
और
शिल्प,
सिलाई,
मोबाइल
मरम्मत
और
मुफ्त
बुनियादी
शिक्षा
जैसे
कौशल
प्रशिक्षण
कार्यक्रम
भी
आयोजित
करेगा।